गुमला: एक तरफ सरकार गर्भवती महिलाओं के लिए नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड के लिए सभी सदर अस्पतालों को सख्त निर्देश दिया है तो दूसरी ओर सदर अस्पताल गुमला में इस निर्देश का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन किया जा रहा है. यह कहना है गुमला की गर्भवती महिलाओं का. वृंदा नायक टोली निवासी सात माह की गर्भवती महिला नागी कुमारी व आठ माह की गर्भवती महिला सुमंती कुमारी ने यह आरोप लगाते हुल्कहा है कि गुमला सदर अस्पताल में नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड की कोई व्यवस्था नहीं है़ इन लोगों ने उपायुक्त श्रवण साय से मदद की गुहार लगायी है.
बुधवार को सूचना भवन में प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में इन दोनों महिलाओं ने अचानक उपायुक्त के समक्ष पहुंच कर अल्ट्रा साउंड के लिए मदद की गुहार लगायी. इस पर उपायुक्त ने तत्काल सीएस गुमला को दूरभाष पर निर्देश दिया कि आप अविलंब इन दो महिलाओं के अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था करें तो इस पर सीएस ने उपायुक्त को बताया कि सर हर माह की नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पताल में नि:शुल्क अल्ट्रा साउंड की व्यवस्था की गयी है.
इस पर उपायुक्त नाराज हो गये और उन्होंने कहा कि जिला में हजारों की संख्या में गर्भवती महिलाएं हैं और महीने में सिर्फ एक बार अल्ट्रा साउंड की व्यवस्था व्यवहारिक रूप से बिल्कुल भी उचित नहीं है और ऐसा कोई नियम भी नहीं है जिसके तहत आप ये काम कर रहें हैं. उपायुक्त की फटकार के बाद सिविल सजर्न ने महिलाओं से उपायुक्त के मोबाइल पर ही बात की और उसके उपरांत महिलाओं को अस्पताल बुलाया गया.