पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए आरोपियों को पकड़ने की मांग
दुर्जय पासवान
गुमला : सात वर्षीय इमरान की हत्या रहस्य बना हुआ है. शव जिस स्थिति में मिली है, उसे देख तांत्रिक द्वारा बलि देने की बात कही जा रही है. इस पहलू पर पुलिस ने हत्या की जांच शुरू कर दी है. इसमें कई लोगों को संदेह के घेरे में रखा गया है. पुलिस का दावा है कि 48 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझ जायेगी. इमरान की हत्या से सभी शोक में हैं.
इमरान की उम्र महज सात साल थी. परिजनों ने जैसा बताया कि वह तीन दिन से बीमार था. शुक्रवार को उसकी तबीयत ठीक हुई थी. इसके बाद वह खेलने के लिए घर से बाहर निकला था. घर के बगल में जमील अख्तर का घर है. जिसके घर इमरान अक्सर जाता जाता रहता था. घर के समीप ही इमरान खेल रहा था. इस दौरान इमरान के पिता इम्तियाज नमाज पढ़ने मसजिद चले गये. जब मसजिद से इम्तियाज लौटे तो इमरान गायब था. परिजनों ने तब खोजबीन शुरू की. जब इमरान का पता नहीं चला तो परिजनों ने डुमरी थाने में उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. श्री आलम ने कहा कि उनके बेटे की हत्या हुई है. लोग तांत्रिक द्वारा बलि देने की बात कह रहे हैं.
लेकिन यह एक हत्या है. तांत्रिक द्वारा बलि नहीं दी गयी है. अगर बलि दी जाती तो गला को सामने से रेता जाता न कि पीछे से. संभवत: पहले उसकी गला दबाकर हत्या की गयी. इसके बाद मामले का तंत्र मंत्र से जाेड़ने के लिए उसका गला रेता गया और हाथ पैर बांध कर कुएं में फेंका गया. ताकि हत्या को तांत्रिक द्वारा बलि का रूप दिया जा सके. इम्तियाज ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए आरोपियों को पकड़ने की मांग की है.
छोटी बहन व मां का रो-रो कर बुरा हाल: इमरान की मां का नाम सादिया परवीन व छोटी बहन नाजिया परवीन है. इमरान की मौत के बाद छोटी बहन व मां का रोकर बुरा हाल है. हालांकि बहन को अपने भाई की हत्या की ज्यादा जानकारी नहीं है. लेकिन अपने भाई को अपने साथ खेलता न देख कर वह बारबार रो रही है. अभी पूरा परिवार गुमला शहर के आजाद बस्ती स्थिति आवास पर है.
कुछ संदिग्ध नाम की दी गयी है जानकारी : इमरान की हत्या के पीछे कुछ करीबी लोगों का हाथ बताया जा रहा है. परिजनों ने कुछ संदिग्ध लोगों के नाम एसपी चंदन कुमार झा को बताया है. उनके व्हाट्सप के जरिये नाम भी बताया गया है. नाम सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.
इधर, शव को जब गुमला अस्पताल लाया गया तो रविवार की सुबह को अंजुमन इस्लामिया गुमला के सदर मोहम्मद इरशाद, सचिव खुर्शीद आलम, जहीर खान, मिन्हाज, अधिवक्ता मोहम्मद मकसूद सहित कई लोग पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली. अंजुमन ने गुमला पुलिस से हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपियों को पकड़ने की मांग किया है.