गांवों में बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि जगाने को लेकर सामुदायिक भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों को कैसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, इस पर चर्चा हुई.
गढ़वा : स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. वन विभाग के सभागार स्थित सामुदायिक भवन में संपन्न हुए कार्यशाला में राज्य से प्रशिक्षित शिक्षक पांडेय सूर्यकांत शर्मा, चंद्रदेव सिंह, रविंद्र कुमार ओझा व गिरिंद्र विश्वकर्मा ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सरकारी विद्यालयों में उतारने के तरीके बताये. कार्यशाला का उदघाटन उपायुक्त नेहा अरोड़ा, एसपी प्रियदर्शी आलोक, उप विकास आयुक्त जगत नारायण प्रसाद, जिला परिषद अध्यक्ष विकास कुमार, उपाध्यक्ष रेखा चौबे व प्रशिक्षु आइएएस सुशांत गौरव ने संयुक्त रूप से किया.
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को स्कूलों में लागू करने में शिक्षकों के साथ-साथ छात्र व अभिभावकों की भी भागीदारी होनी चाहिए. प्रतिदिन स्कूल खुले और वहां बच्चे अंतिम घंटी तक टिके रहें, यह जरूरी है.
उन्होंने कहा कि शिक्षक चुनौतीपूर्ण माहौल में कार्य कर रहे हैं. इन्हें अन्य लोगों को भी सहयोग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बचपन से ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किया जाना चाहिए.
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शिक्षक व विद्यार्थी दोनों को अपने कर्तव्यों का पालन सही तरीके से करना चाहिए. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा शिक्षक दें, ताकि बच्चे पढ़ाई पूरी कर अपने पैरों पर खड़े हो सकें. उन्होंने विद्यालय को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने की बात कही.
कार्यशाला में जिला शिक्षा पदाधिकारी रामयतन राम, जिला शिक्षा अधीक्षक बृजमोहन कुमार सहित बीपीओ, सीआरपी, आदर्श मवि के प्रधानाध्यापक सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया.