बेकाबू हुए लोग, एएनएम व चिकित्सक की पिटाई
भवनाथपुर (गढ़वा) : भवनाथपुर प्रखंड मुख्यालय का माहौल बुका निवासी दिलीप पासवान की पत्नी सबिता देवी की अस्पताल में मौत के बाद दिन भर गरम रहा. भवनाथपुर–नगरउंटारी मार्ग जाम हो जाने से करीब छह घंटे तक आवागमन ठप रहा.
साथ ही पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच झड़प के समय आम लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ा. एक तरफ पुलिस चिकित्सक व नर्स को बचाने का प्रयास करती दिखती रही. दूसरी ओर से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सबिता की मौत का दंड खुद देने के लिए उतावले दिखे.
तीन दिन से अस्पताल आ रही थी सबिता
सबिता प्रसव पीड़ा होने के कारण पिछले तीन दिन से स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आ रही थी. उसका घर अस्पताल के काफी नजदीक रहने के कारण वह अक्सर अस्पताल में आकर प्रसव पीड़ा की जांच करा रही थी. 11 सितंबर को सुबह चार बजे वह अस्पताल में आयी थी. इसके बाद करीब सात बजे शाम तक यहीं रही.
लेकिन फॉल्स पेन कह कर उसे वापस भेज दिया गया. बुधवार की रात नौ बजे पुन: प्रसव पीड़ा होने के बाद वह अस्पताल पहुंची. उसके साथ उसका पति दिलीप पासवान एवं ननद मंजू देवी भी साथ आयी थे. अस्पताल में उस वक्त डय़ूटी में एएनएम जयंती कुमारी एवं एमलेन बेग थे. दिलीप के मुताबिक उसने एएनएम को बार–बार रेफर करने को कहा था. लेकिन उससे कहा गया कि–यहीं ठीक हो जायेगा.
अंतत: उसकी पत्नी की मौत हो गयी. उसने बताया कि एएनएम ने उसे बाहर की दुकान से एंपीडोसिन इंजेक्शन लाने को कहा था. लेकिन रात में दुकान बंद रहने के कारण जब उसे इंजेक्शन नहीं मिला, तो एएनएम ने कहा कि 200 रुपया लगेगा. यहीं से इंजेक्शन लग जायेगा. लेकिन उसकी पत्नी को इंजेक्शन नहीं लगाया गया. मौत के विरोध में गुरुवार की सुबह छह बजे काफी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और एएनएम व डय़ूटी पर तैनात चिकित्सा प्रभारी डॉ समीर कुमार पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए काफी हंगामा किया.