गढ़वा : भवनाथपुर थाना क्षेत्र के रोहिनिया गांव का 10 वर्षीय बालक देवेंद्र कुमार गुम होने के बाद करीब तीन महीने बाद अपने घर पहुंचा. गोरख अग्ररिया का पुत्र देवेंद्र नवंबर 2014 के पहले सप्ताह में अपनी बहन बसंती देवी के साथ सासाराम जाने के लिए घर से निकला था. बहन से बिछड़ कर वह नगरऊंटारी रेलवे स्टेशन पर उत्तर प्रदेश जानेवाली ट्रेन में चढ़ गया.
ट्रेन के माध्यम से भटकते-भटकते वह मुंबई पहुंच गया था. वहां काफी दिनों तक अकेले भटकने के बाद बाल कल्याण समिति जलगांव(महाराष्ट्र) की नजर उस पर पड़ी. समिति के लोगों ने उसके अभिभावकों का पता लगाया. चाइल्ड लाइन संस्था के माध्यम से समन्वयक के पास उसे इसी महीने भेजा गया. वहां से चाइल्ड लाइन के सदस्य इग्नासुस केरेकेट्टा ने उसे गढ़वा लाकर बाल कल्याण समिति को सौंपा. वहां बच्चे के परिजनों को बुला कर उनसे एक बांड भरवा कर सुपुर्द कर दिया गया. बच्चे की मां फूलपती देवी ने बताया कि वह जंगल में लकड़ी काटने गयी थी, इसी बीच देवेंद्र बहन के साथ जाने के लिए निकल गया था. लेकिन नगरऊंटारी में वह बहन से बिछड़ गया था. उसने बताया कि उसके कुल नौ बच्चे हैं. उसने बाल कल्याण समिति को इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया.