गढ़वा : एक तरफ जहां सरकारी स्तर से विभिन्न प्रकार के उपाय कर किसानों की आय दोगुनी करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं जमीनी स्तर इससे भिन्न है़ किसानों के खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के उद्देश्य से मिट्टी की जांच किये जाने का प्रावधान है. लेकिन कृषि विभाग इसके प्रति गंभीर नहीं है.
मिट्टी जांच के लिए अभी लैब में एक भी सैंपल नहीं है. जांच करनेवाले पूरी तरह से खाली बैठे हुए है़. उल्लेखनीय है कि बीटीएम, एटीएम व किसान मित्र के स्तर से मिट्टी जांच के लिए लैब तक पहुंचती है़ लेकिन वे इसमें रुचि नहीं ले रहे है़. मिट्टी जांच को लेकर ग्रामीणों के बीच जागरूकता का भी अभाव देखने को मिल रहा है.