इसी दौरान ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को रोक दिया और सही ढंग से सड़क नहीं बनाये जाने को लेकर जमकर हंगामा किया. बाबुडीह, सरांग एवं बटउआ के ग्रामीण नितिश कुमार सिंह, राहुल सिंह, कृपा कुमार, पारसनाथ सिंह, कमलेश बैठा, रामजीत राम, अनिल सिंह, इंद्रदेव उरांव, रामसकल उरांव एवं राजन राय आदि ने कहा कि लगभग चार करोड़ की लागत से यह सड़क बनाने के लिये निविदा मेसर्स सलोनी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है. लेकिन कंपनी स्वयं काम नहीं कराकर दूसरे व्यक्ति को पेटी पर काम दे दिया है.
उक्त संवेदक द्वारा पीसीसी सड़क निर्माण में छत्तीसगढ़ की घटिया सीमेंट, मिट्टीयुक्त बालू व घटिया छरी व पत्थर लगाने का प्रयास किया जा रहा था. इसको लेकर उन्होंने कार्य बंद करा दिया है. ग्रामीणों ने कहा कि इस संबंध में वे पहले भी संवेदक को आवेदन दे चुके हैं. लेकिन संवेदक ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में लगाये बोर्ड पर सड़क निर्माण की राशि, पुलों की संख्या एवम पीसीसी की ढलाई की लंबाई, चौड़ाई एवं ऊंचाई जैसी जरूरी सूचनाएं भी नहीं दर्शाया गया है. इसके कारण वे लोग इसका विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि वे इसके पूर्व बाहर से आयी जांच टीम से भी इसकी शिकायत की. साथ ही उपायुक्त को भी आवेदन दिया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.