बेटी मनिता ने विश्वास नहीं खोया हिम्मत दिखायी, बड़ा काम किया
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय अब Rs 4500
बेटी मनिता ने विश्वास नहीं खोया हिम्मत दिखायी, बड़ा काम किया सरायकेला : घटना को सुनने के बाद पीएम मोदी ने जोर से ताली बजाई और मनिता की तारीफ की. पीएम ने फिर दोबारा पूछा आपका शुभ नाम क्या है. तब मनिता ने कहा, मनिता. पीएम ने कहा नमिता…न सर मनिता. अच्छा मनिता जी देशवासी […]
सरायकेला : घटना को सुनने के बाद पीएम मोदी ने जोर से ताली बजाई और मनिता की तारीफ की. पीएम ने फिर दोबारा पूछा आपका शुभ नाम क्या है. तब मनिता ने कहा, मनिता. पीएम ने कहा नमिता…न सर मनिता. अच्छा मनिता जी देशवासी इस बात को सुन रहे हैं. पीएम ने आगे कहा कि ‘हर देशवासी इस बात को सुन रहा है. कोई कल्पना कर सकता है कि आदिवासी इलाके में पैदा हुई मेरी बेटी मनिता ने अपनी सामान्य बुद्धि से, जब परिवार ने मान लिया था कि बच्चा मर चुका है. लेकिन उसने अपना विश्वास नहीं खोया और बच्चे को बचा लिया. जो एक डॉक्टर हिम्मत कर सकता है, वह हिम्मत बेटी मनिता ने दिखाई. बहुत बड़ा काम किया है.
आपने जीवन बचाने का काम किया : मोदी ने कहा कि आपने जीवन बचाने का काम किया है. मुझे विश्वास है जीवन देने और जीवन बचाने वाला भगवान से कम नहीं होता. आपको विशेष रूप से प्रणाम करता हूं. इसके बाद मनिता ने पीएम मोदी को उस बच्चे और उसकी मां को भी दिखाया. पीएम ने कहा कि बच्चे को बहुत आशीर्वाद है. उन्होंने बच्चे की मां की तारीफ भी की कि उन्होंने सहिया नमिता पर भरोसा किया.
मेरी बेटी मनिता…
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना मुफ्त
आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि को दोगुना करने के अलावा यह भी फैसला किया गया है कि उन्हें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा व प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना मुफ्त दी जायेंगी. उन्होंने कहा कि इसका मतलब हुआ कि दो-दो लाख रुपये की इन दोनों बीमा योजनाओं के तहत कोई प्रीमियम नहीं देना होगा और यह खर्च सरकार उठायेगी. दरअसल, संसद में भी विभिन्न दलों के सदस्य आशा कर्मियों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढ़ाने की समय समय पर मांग करते रहे हैं.
गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के लिए सरकार प्रतिबद्ध
पीएम मोदी ने आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ‘अपने लाखों हाथ’ के रूप में रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान पोषण व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने पर है. टीकाकरण की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है, जिससे महिलाओं और बच्चों को खासी मदद मिलेगी. आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि आज देश का प्रधानमंत्री कह सकता है कि आप सह्रस्त्रबाहु ही नहीं बल्कि लक्ष्यबाहु भी हैं.
एनिमिया की गति को तीन गुना कम करने का लक्ष्य
पीएम मोदी ने बताया कि एनिमिया यानी खून की कमी का स्तर हर वर्ष सिर्फ एक प्रतिशत की दर से घट रही है. सरकार ने तय किया कि राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत इस गति को तीन गुना किया जाये. एनिमिया से मुक्ति का मतलब लाखों गर्भवती महिलाओं व बच्चों को जीवन दान है. निश्चित तौर पर एनिमिया एक बहुत बड़ी समस्या है. देश में काफी संख्या में लोग एनिमिया के शिकार हैं. ये बीमारी आयोडिन और आयरन जैसे तत्वों की कमी से होती है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय अब Rs 4500
आशाकर्मियों की भी
प्रोत्साहन राशि बढ़ी
एक अक्तूबर से लागू होगा
झोपड़ी में पैदा हुए खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया
पीएम मोदी ने इस चर्चा के दौरान एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा मेडल जीतने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस बार के एशियाड में कितने ही गरीब खिलाड़ियों ने देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. देश को मेडल दिलाया. पीएम ने कहा, ‘झुग्गी झोपड़ी में पैदा हुए खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया. खेल के मैदान में इन खिलाड़ियों ने अपनी ताकत दिखाई. इसका क्रेडिट भी कहीं न कहीं आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जाता है, क्योंकि उन मेडलवीरों के जन्म से लेकर शुरुआती दिनों में आपने उनकी चिंता की. आप कल्पना कर सकते हैं कि आपने देश को गोल्ड मेडल दिलवाया है. ये आपके कारण हुआ है, इसीलिए मैं आपका गौरवगान करता रहता हूं.
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