मसलिया : प्रखंड के दलाही पंचायत अंतर्गत करमाटांड़ व आगोईजोरी गांव में दो माह से बिजली गुल है, फिर भी विभाग द्वारा बिल भेजा जा रहा है. उक्त गांव में दो माह पूर्व तार की चोरी हो गयी थी. ग्रामीणों ने बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत वर्ष 2013 में बिजली सेवा उपलब्ध करायी गयी थी़
बीते दो माह पूर्व लगातार पांच दिनों तक क्षेत्र में बिजली नहीं रहने के कारण चोरों ने मौका देखकर प्रखंड के मधुवन जंगल से करमाटांड़ गांव तक 18 पोल तथा मधुवन से आगोईजोरी तक 20 पोल को मिलाकर कुल 38 पोल हाईटेंशन तार रात चोरी कर ली थी. इसकी जानकारी विभाग के अधिकारी व मसलिया थाना दी गयी थी. लगातार दो माह से बिजली तार चोरी के कारण प्रखंड के कारमाटांड़ गांव में 60 व आगोईजोरी गांव में 96 परिवार अंधेरे में है़ उपभोक्ताओं के नाम पर बिजली विभाग ने चार हजार रुपये की बिजली बिल भेज दिया है़
बिजली नहीं रहने की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित : ग्रामीण
गांव में दो माह से बिजली नहीं है, दो माह पूर्व तार की चोरी कर ली गयी है. इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी है. बावजूद बिल भेजा जा रहा है.
– सुरेंद्र मरांडी, उपभोक्ता
सरकार ने हमें फ्री में बिजली कनेक्शन दिया है़ इधर बिना बिजली जलाये ही विभाग बिल भेज दी है. इसके चुका पाना संभव नहीं है.
– जगधन हेंब्रम, उपभोक्ता
करमाटांड़ गांव में दो महिने से बिजली सेवा प्रभावित रहने के कारण घर की महिलाओं के साथ स्कूली बच्चों को रात की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है़
– सहदेव मरांडी, उपभोक्ता
गांव में दो माह पूर्व तार की चोरी हो गयी, इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गयी. लेकिन अब तक बिजली बहाल करने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है.
– देवलेश्वर हेंब्रम, उपभोक्ता
बोले पदाधिकारी
संबंध में बिजली विभाग के कनीय अभियंता पंकज कुमार ने बताया कि करमाटांड़ व आगोईजोरी गांव में बिजली तार चोरी होने की जानकारी न ही ग्रामीणों ने दी है़ और ना ही पंचायत के मुखिया ने ही दिया है. जल्द ही प्राक्कलन तैयार कर ग्रामीणों को बिजली सेवा उपलब्ध करायी जायेगी.