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माफिया स्टाइल में की गयी हत्या
रंजय की हत्या. पुलिस को शक कि किराये के शार्प शूटर का किया गया है इस्तेमाल धनबाद : सुरेश सिंह की हत्या के बाद पांच वर्षों से सिंह मैंशन के पक्ष या विपक्ष में किसी तरह के हिंसक टकराव देखने को नहीं मिल रहे थे. हत्या का दौर भी थम सा गया था. लेकिन रंजय […]
रंजय की हत्या. पुलिस को शक कि किराये के शार्प शूटर का किया गया है इस्तेमाल
धनबाद : सुरेश सिंह की हत्या के बाद पांच वर्षों से सिंह मैंशन के पक्ष या विपक्ष में किसी तरह के हिंसक टकराव देखने को नहीं मिल रहे थे. हत्या का दौर भी थम सा गया था. लेकिन रंजय सिंह की हत्या कोयलांचल को फिर से उस दौर में ला पटका है जब भीड़-भाड़ वाले इलाके में दिनदहाड़े हत्या कर अपराधी आसानी से भाग जाते रहे हैं. यह हत्या माफिया युग के स्टाइल की याद दिलाती है.
इसके पहले भी इस तरह की कई हत्या हो चुकी है. पुलिस का अनुमान है कि हत्या में प्रोफेशनल शार्प शूटर का हाथ होगा. शहर के व्यस्तम इलाके में अपराधी गोलियों की बौछार कर भाग निकले, लेकिन कोई उन्हें पकड़ नहीं पाया. जबकि बड़ी संख्या में लोगों ने वारदात होते देखा होगा. बुधवार को रिलीज हुई बहुचर्चित फिल्म काबिल और रईस देखने के लिए भी आईनोक्स में लोगों की भीड़ लगी हुई थी. सड़क पर काफी भीड़ थी.
हमलावर रंजय की रेकी कर रहे थे. उन्हें यह पता था कि रंजय नीलांचल कॉलोनी में गया है और जल्द लौटेगा. गोलियां इस तरह से चलायी गयी कि वह स्कूटी चला रहे रंजन को ही लगी. पीछे बैठे राजा यादव को खरोंच तक नहीं आयी. शार्प शूटर किराये के थे, इसकी संभावना जतायी जा रही है. पुलिस ने राजा यादव से पूछताछ की है. राजा के बयान पर एफआइआर दर्ज होने के बाद ही पुलिस मामले में आगे कार्रवाई करेगी.
सीसीटीवी फुटेज से सुराग पाने की कोशिश
हत्यारों तक पहुंचने के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. सोनोटेल गार्डेन व ओजोन गलिरेया मॉडल के बीच ट्रांसफर्मर में भी सीसीटीवी कैमरा लगा है. घटनास्थल से सटे बजाज शो रूम में भी सीसीटीवी है. पुलिस ने घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज देखे हैं लेकिन अभी ऐसा कुछ फुटेज में नहीं मिला है. पुलिस और फुटेज का अवलोकन करेगी.
खोजी कुत्ता से भी नहीं मिला सुराग
पुलिस ने खोजी कुत्ता की मदद ली है. सीआइएसएफ के स्नीफर डॉग को लाया गया था. घटनास्थल से खोजी कुत्ता नीलांचल कॉलोनी जाकर लौट गया. कई बार खोजी कुत्ता ने एेसा ही किया. देर रात तक पुलिस खोजी कुत्ता की मदद ले रही थी. लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
रंजय की हत्या से उलझन में पुलिस
सुराग नहीं मिलने से पुलिस उलझन में है. घटनास्थल पर पुलिस को कोई स्वतंत्र गवाह भी नहीं मिल रहा है. फायरिंग के बाद ठेला-खोमचा वाले सामान छोड़कर भाग निकले. मौके पर पहुंची पुलिस को कोई यह बताने वाला नहीं था कि गोली कैसे चली, किस वाहन से क्रिमिनल आये थे, किधर भागे.
छह घंटे में पुलिस को नहीं मिली कोई सफलता
साढ़े पांच बजे शाम से साढ़े 11 बजे तक पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर जमी रही. खोजी कुत्ता की मदद के साथ मौके से खून के सैंपल लिये गये. फुट प्रिंट व फिंगर प्रिंट लिये गये. रंजन सत्ताधारी दल के विधायक संजीव सिंह का खासमखास था. एेसे में यह मर्डर अपने आप में हाइ प्रोफाइल हो गया है. घटना के बाद से ही संजीव एक पांव पर खड़े रहे. सेंट्रल हॉस्पिटल से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक विधायक खुद समर्थकों के साथ मौजूद थे. हत्या से वह मर्माहत हैं. पुलिस के लिए शहर में सरेशाम हत्या चुनौैती बन गयी है. पुलिस मुख्यालय व स्पेशल ब्रांच लगातार मामले पर नजर रख रही है. जिला पुलिस से पल-पल की रिपोर्ट मांगी जा रही थी.
गोलियां चलते ही मची भगदड़ : बिग बाजार के पास रंजय सिंह की हत्या होते कई लोगों ने देखा. गोलियां चलते ही इलाके में भगदड़ मच गयी. शाम को कई ठेले वाले, ऑटो वाले वहां थे. गोलियां चलती देख सभी भाग खड़े हुए. ठेले के पास चाट-चाउमिन आदि खा रहे लोग भी भाग खड़े हुए. जब-तक यहां पुलिस पहुंची, तक पूरा चाट सेंटर खाली हो चुका था. घटनास्थल के पास डीएसपी डीएन बंका व अन्य पदाधिकारी शुरुआती जांच करने लगे. तभी गिरी स्कूटी व बिखरे खून को देखकर लोग जुट गये. इसके बाद एक पुलिस कांस्टेबल ने आधा दर्जन लोगों पर लाठी चटका दी. लोग भाग गये.
पहले डीएसपी फिर एसपी पहुंचे : घटना स्थल पर सबसे पहले डीएसपी डीएन बंका सरायढेला पुलिस के साथ पहुंचे. उन्होंने घटना व उसके आस-पास की चीजों को देखा. मोबाइल में स्कूटी के नंबर व चित्र उतारे. इसके कुछ देर बात सिटी एसपी अंशुमान कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने डीएसपी से जानकारी ली.
नाइन एमम की गोली मारी गयी : रंजय को नाइन एमएम की गोली मारी गयी. बरामद खोखा से इसका पता चलता है. इधर विधायक की पहल पर एसएसपी ने डीसी से विशेष परिस्थिति में रात को ही पोस्टमार्टम कराने की अनुशंसा की. विधायक ने सिविल सर्जन को मेडकिल बोर्ड गठित करने का आदेश दिया. सीएस ने पीएमसीएच सुपरिटेंडेंट से मेडकल बोर्ड गठित करने का आग्रह किया.
बोले प्रत्यक्षदर्शी : एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि रंजय सिंह के जमीन पर गिरने के बाद भी हमलावर गोलियां चला रहे थे. गोलियां चलाने वाला एक लंबे कद का और दूसरा छोटे कद का. दोनों ने अपना चेहरा मफलर से छुपा रखा था.
कहां थी सरायढेला पुलिस! : बिग बाजार के सामने प्रत्येक दिन शाम को भीड़ रहती है. जिले भर से लोग यहां पहुंचते हैं. सरायढेला पुलिस को ट्रैफिक व अन्य सुरक्षा के लिए यहां पर तैनात रखा जाता है, लेकिन घटना के समय सरायढेला पुलिस कहां थी! इस तरह के कई सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस घटना के कुछ देर बाद पहुंची.
10-15 मिनट तक कोई पास तक नहीं फटका : घटना के 10-15 मिनट तक लोग वहां नहीं गये जहां रंजय पड़ा था. न ही पुलिस मौके पर पहुंची. जब आम लोग रंजय को अस्पताल ले गये, उसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी मिली.
जाम लगा और बंद हुआ ओजोन गलेरिया : घटना को लेकर सड़क जाम हो गया. पुलिस को जाम हटाने में काफी परेशानी हुई. कुछ देर के लिए ओजोन गलेरिया बंद कर दिया गया. मॉल में आये लोग धीरे-धीरे निकलने लगे. कई स्टोर ने अपने आधा शटर भी गिरा दिया. लेकिन थोड़ी देर बाद स्थिति सामान्य होने लगी.
बड़े भाई ने कहा…फिर शहर में पुलिस का क्या काम : रंजन के बड़े भाई संजय ने हत्या के लिए प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया है. पोस्टमार्टम हाउस के बाहर संजय ने कहा कि शहर के इतने पॉश इलाके में मेरे भाई की हत्या कर अपराधी साफ भाग जाते हैं और पुलिस देखते रहती है. वह किस मुंह से अपने पिता को जवाब देगा कि अब उसका भाई इस दुनिया में नहीं रहा. संजय के अनुसार अगर इस तरह रोड पर सरेआम लोगों को गोलियां मारी जायेंगी तो फिर शहर में पुलिस का क्या काम.
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