धनबाद : रिश्वतखोरी के आरोप में बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन के वीआइपी सेल में पदस्थापित वरीय कार्मिक प्रबंधक सुरेंद्र प्रसाद को कंपनी से बरखास्त कर दिया गया है. इस संबंध में स्थापना विभागाध्यक्ष यूपी नारायण के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी कर दी गयी है. प्रसाद को बीसीसीएल के कतरास एरिया के वेस्ट मोदीडीह से सीबीआइ ने 28 जून 2013 को पांच हजार घूस लेते गिरफ्तार किया था.
इसके बाद विभागीय कार्रवाई करते हुए कंपनी प्रबंधन ने बरखास्तगी का प्रस्ताव कोल इंडिया प्रबंधन को भेजा था. सुरेंद्र प्रसाद दोषी पाये गये हैं. हालांकि इस मामले में अदालत ने अभी सजा नहीं सुनायी है.
क्या है मामला : सीबीआइ ने बीसीसीएल के कतरास क्षेत्र के वेस्ट मोदीडीह कोलियरी के सीनियर पर्सनल मैनेजर सुरेंद्र प्रसाद व क्लर्क मो आसिन को पांच हजार रुपये घूस की रकम के साथ 28 जून 2013 को गिरफ्तार किया था. पर्सनल मैनेजर के कार्मिक नगर, धनबाद स्थित आवास से ढाई लाख रुपये भी जब्त किये थे.
सीबीआइ ने यह कार्रवाई वेस्ट मोदीडीह-केशलपुर परियोजना में शॉवेल ऑपरेटर कम पिट सुपरवाइजर खिरोधर मंडल की शिकायत पर की थी. शॉवेल ऑपरेटर खिरोधर मंडल का तबादला केशलपुर से वेस्ट मोदीडीह कोलियरी कर दिया गया था. पे स्लिप नहीं आने के कारण उसे वेतन नहीं मिल रहा था.
वेतन चालू कराने के लिए वह कई बार वरीय कार्मिक प्रबंधक सुरेंद्र प्रसाद से मिला, पर वेतन शुरू कराने के एवज में उससे साढ़े छह हजार रुपये की मांग सुरेंद्र प्रसाद ने की. पीएम ने इसके लिए क्लर्क मो आसिन से बात करने को कहा था. इसके बाद खिरोधर ने मामले की शिकायत सीबीआइ एसपी प्रमोद कुमार मांझी से की थी.
वेस्ट मोदीडीह कोलियरी के सीनियर पर्सनल मैनेजर सुरेंद्र प्रसाद को 28 जून 2013 को सीबीआइ ने घूस लेते पकड़ा था, इन दिनों कोयला भवन के वीआइपी सेल में थे कार्यरत