धनबाद. एनआइए की टीम ने जाली नोट कारोबारी बांकुड़ा निवासी उत्तम कुमार सिन्हा से धनबाद में दो दिनों से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण राज उगलवाये हैं. धनबाद व आसपास के जिलों में जाली कोराबार से जुड़े कई लोगों ने नाम उत्तम ने बताये हैं. उत्तम के दो कथित सहयोगी को पिछले वर्ष झरिया पुलिस जाली नोट के साथ पकड़ी थी.
विक्की केसरी व रामेश्वर को जेल भेजा गया था. उत्तम एक वर्ष से ज्यादा समय से धनबाद आना-जाना करता रहा है. उसे रविवार को ही गिरफ्तार किया गया था. कोर्ट में पेश कर एनअाइए ने उत्तम को ट्रांजिट रिमांड पर लिया है. उत्तम का सहयोगी पिछले दिनों सूरत में एनआइए की गिरफ्त में आया था. सूरत निवासी जाली नोट के कारोबारी से उत्तम लगातार संपर्क में था. मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर एनअाइए उत्तम तक पहुंची है. उत्तम ने बांग्लादेश से भारत में जाली नोट के पहुंचने व खपाने के नेटवर्क की जानकारी जांच एजेंसी को दी है. बंगलादेश से जाली नोट पाकुड़ पहुंचता है.
पाकुड़ से झारखंड, बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात समेत अन्य राज्यों में भेजा जाता है. उत्तम मुंबई के अर्थर जेल में एक वर्ष से अधिक समय तक जाली नोट कारोबार मामले में बंद रह चुका है. उत्तम की निशानदेही पर धनबाद शहर के अलावा झरिया, कतरास समेत कई स्थानों पर लोकल लिंक की खोज में छापामारी की गयी. उत्तम के पास से कई मोबाइल व अाधा दर्जन सीम बरामद हुए हैं. एजेंसी मोबाइल व सीम की जांच कर कॉल डिटेल निकाल रही है. उत्तम से पूछताछ में एनआइए को पता चला है कि जाली नोट के कारोबारी धनबाद में भी अपना जड़ जमाने की कोशिश में है. एनआइए ने धनबाद पुलिस को कई जानकारी दी है.