धनबाद: निगम का 32 लाख रुपया दुकानदारों ने दबा रखा है. एजी ऑडिट में यह बात सामने आयी है. एजी ने इस मामले में नगर आयुक्त को लिखित ऑब्जेक्शन किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2008 से लेकर 2013 तक कई ऐसे दुकानदार हैं जिन्होंने आज तक निगम को भाड़ा नहीं दिया. किसी पर बीस हजार तो किसी पर तीस हजार रुपया बकाया है. कुछ छोटे दुकानदार हैं जिसके पास भी हजार से दो हजार तक भाड़ा बकाया है. निगम का यह आय का अच्छा माध्यम है. निगम के छोटे-बड़े पांच सौ दुकानदार हैं. निगम के पास मात्र सात सौ ही ट्रेड लाइसेंसी है.
जबकि धनबाद में कॉमर्शियल टैक्स के तीन हजार से अधिक डीलर पंजीकृत है. निगम को प्रत्येक साल करोड़ों का राजस्व का घाटा हो रहा है. ए जी ने इस मामले में नगर आयुक्त को लिखित ऑब्जेक्शन किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रेड लाइसेंस के प्रति निगम गंभीर नहीं है. टर्न ओवर के हिसाब से भाड़ा तय किया गया. लेकिन लाइसेंस की संख्या नहीं बढ़ायी गयी. वर्ष 2012-13 के ऑडिट में छोटे-बड़े मात्र सात सौ दुकानदारों ने ही ट्रेड लाइसेंस का नवीकरण कराया. जबकि ट्रेड लाइसेंस भी निगम के आय का अच्छा स्रोत है.
सेल्स टैक्स ने सामान से लदा ट्रक जब्त किया: सेल्स टैक्स के अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बुधवार को बिग बाजार के निकट स्टील से लदा एक ट्रक जब्त किया. रोड परमिट के बगैर जा रहे ट्रक को जब्त कर सरायढेला थाना में ले जाया गया है. अन्वेषण ब्यूरो आगे की कार्रवाई कर रहा है. जब्त ट्रक कोलकाता से धनबाद आ रहा था. को-ऑपरेटिव ट्रांसपोर्ट की यूनाइटेड कैरियर से माल लाया जा रहा था.