धनबाद: राज्य की भू-अभिलेख निदेशक परमजीत कौर ने जिले में खतियानों के डिजिटलाइजेशन (कंप्यूटरीकरण) एवं निरसा अंचल में ऑनलाइन म्यूटेशन का कार्य तय समय सीमा के अंदर पूर्ण करने को कहा है. श्रीमती कौर ने मंगलवार को यहां समाहरणालय में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में खतियानों के डिजिटलाइजेशन कार्य की समीक्षा की. कहा कि खतियानों का डिजिटलाइजेशन एक महत्वपूर्ण योजना है.
धनबाद जिले में प्रथम चरण में निरसा, टुंडी एवं पूर्वी टुंडी अंचल के खतियानों के डिजिटलाइजेशन का लक्ष्य है. फिलहाल निरसा अंचल में यह कार्य चल रहा है. अधिकारियों ने बताया कि इस कार्य में सबसे बड़ी बाधा भाषा अनुवाद है. निरसा, टुंडी एवं पूर्वी टुंडी अंचल के खतियान बांग्ला भाषा में, गोविंदपुर, धनबाद, झरिया, बलियापुर में कैथी तथा तोपचांची में हिंदी भाषा में है. बैठक में अपर समाहर्ता विनय कुमार राय के अलावा सभी सीओ मौजूद थे.
मूल प्रति से हो रहा मिलान : निरसा अंचल के खतियान के अनुवाद में सरकारी बांग्ला शिक्षकों का सहयोग लिया जा रहा है. अनुवाद कर मूल प्रति से मिलान के बाद खतियानों का डिजिटलाइजेशन हो रहा है. खतियान के डिजिटलाइजेशन की अंतिम प्रति निकलने के बाद पंजी टू के डिजिटलाइजेशन का काम शुरू होगा.