धनबाद: गावों में जल स्तर को नीचे जाने से बचाने के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ‘ रेन हार्वेस्ट सिस्टम ’ की तरह सोख्ता का निर्माण करायेगा. इसके लिए विभाग ने बजाप्ता आठों प्रखंड के लिए प्रथम फेज में 88 लाख, 28 हजार, 325 रुपये रिलीज भी कर दिये हैं.
क्या है सोख्ता : प्रत्येक चापाकल के निकट 10 फुट का गड्ढा बना कर ऊपर से प्लास्टर कर एक घेरा बना दिया जायेगा. चापाकल का पानी उसी गड्ढे में जमा होगा. इससे चापकल के आस-पास वाटर लेबल बना रहेगा. गर्मी के दिनों में भी पानी की कमी नहीं होगी. मसलन इसके निर्माण से पानी की बरबादी तो नहीं होगी और गंदगी फैलने पर रोक लगने से बीमारियां नहीं होंगी.
एक सोख्ता की लागत : अभी प्रथम फेज में प्रत्येक प्रखंड में 20- 20 सोख्ता बनाने का निर्णय लिया गया है. सोख्ता बनाने का काम स्थानीय सहिया या मुखिया की अनुशंसा पर किया जायेगा. एक सोख्ता के लिए 14 हजार, 355 रुपये खर्च किये जायेंगे.
केंद्र सरकार ने यह योजना गांवों के लिए बनायी है. गरमी के दिनों में वाटर लेबल नीचे चले जाने से चापानल से पानी नहीं निकलता है और लोगों को दिक्कत होती है. इससे बचने के लिए ही वाटर हार्वेस्ट सिस्टम की तरह ही यह योजना शुरू की गयी है.
विनय सिंह, जिला समन्वयक, निर्मल भारत अभियान