धनबाद: दिल्ली एनसीआर सहित पूर्वी और उत्तर भारत में बुधवार की रात आये भूकंप के झटके के बाद अभी खतरे की कोई संभावना नहीं है. यह जानकारी राजकीय पॉलिटेक्निक के भू-गर्भ के व्याख्याता डॉ एसपी यादव ने दी.
बताया कि भूकंप का केंद्र धनबाद से 624 किमी दूर बंगाल की खाड़ी से था. इसलिए इसका कोई नुकसान नहीं हुआ. केंद्र जमीन से 40 किमी. नीचे था, इसलिए धनबाद कोयलांचल में झटका नहीं के बराबर महसूस किया गया. उन्होंने बताया कि चार दिन पहले भी पुरी, अंडमान में यह झटके महसूस किये गये थे. भारतीय प्लेट की बाउंड्री अंडमान निकोबार से पास करते हुए वर्मा- असम -हिमालय तक जाती है, में इसका फाल्ट लाइन है. इस फाल्ट लाइन से करीब 881 किमी उत्तर पश्चिम में भूकंप हुआ है.
फायर एरिया में क्षति की संभावना
धनबाद के 77 क्षेत्रों की 41 कोलियरियां आग की चपेट में हैं. धनबाद -बोकारो को जोड़ने वाली एनएच 32 भी फायर एरिया में है. ऐसे में धनबाद कोयलांचल में भूकंप का कुप्रभाव अधिक हो सकता था. इस संबंध में आइएसएम स्थित भूकंप ऑब्जर्वेटरी सेंटर के प्रो.पीके खान कहते हैं कि अगर 40 के बजाय 10-15 किमी फोकल डेफ्थ होता तो धनबाद कोलफील्ड जहां फायर एरिया काफी है, वहां भारी नुकसान हो सकता था. उन्होंने बताया कि झारखंड का कोई भी ऐसा इलाका नहीं जहां उक्त खतरा महसूस नहीं किया गया. धनबाद में झटका मामूली और सिर्फ 54 सेकेंड का था. 9.51-52 बजे रात तक रांची, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर और देवघर में भी यह झटका हल्का महसूस किया गया.