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नीरज हत्याकांड. सिंह मैंशन में बनी थी रंजय की हत्या का बदला लेने की योजना, संजीव थे मौजूद

धनबाद: सिंह मैंशन में 16 फरवरी को बैठक कर रंजय सिंह की हत्या का बदला लेने की योजना बनी थी. बैठक में विधायक संजीव सिंह, संतोष सिंह, डब्लू मिश्रा, संजय सिंह (रंजय का भाई) व धनजी सिंह मौजूद थे. नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या का मास्टरमाइंड पंकज सिंह का यह बयान है, जिसे […]

धनबाद: सिंह मैंशन में 16 फरवरी को बैठक कर रंजय सिंह की हत्या का बदला लेने की योजना बनी थी. बैठक में विधायक संजीव सिंह, संतोष सिंह, डब्लू मिश्रा, संजय सिंह (रंजय का भाई) व धनजी सिंह मौजूद थे. नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या का मास्टरमाइंड पंकज सिंह का यह बयान है, जिसे पुलिस ने कोर्ट को सुपुर्द किया है. सरायढेला पुलिस ने पूछताछ के लिए पंकज को 48 घंटे के रिमांड पर लिया था. गुरुवार की शाम उसे वापस जेल भेज दिया. सुल्तानपुर निवासी पंकज सिंह ने पूरे मामले में प्रत्यक्ष रूप से विधायक संजीव सिंह का नाम नहीं लिया है. पुलिस रिमांड के दौरान स्वीकारोक्ति बयान में मिला-जुला जबाव दिया है.

सरायढेला थाना प्रभारी सह हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी ने सीजेएम कोर्ट में पंकज का स्वीकारोक्ति बयान जमा कर दिया है. बयान में पूरे घटना में कड़ी से कड़ी जोड़ी गयी है. हालांकि पंकज के बयान में यह उल्लेख नहीं है रंजय की हत्या के बदले किसकी हत्या करनी थी.

विदित हो कि विधायक संजीव सिंह के खासमखास रंजय सिंह की हत्या 29 जनवरी को रघुकुल से कुछ ही दूरी पर गोली मारकर कर दी गयी थी. जबकि नीरज सिंह समेत चार लोगों की गोलियों से भून कर हत्या कुंती निवास के निकट 21 मार्च को कर दी गयी थी.
पंकज सिंह का बयान
1.
पंकज ने अपने बयान में कहा है कि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में रंजय और सोनू (दिल्ली वाला) के माध्यम से मैं यूपी से 15-20 लोगों के साथ धनबाद आया था. संजीव सिंह के विधायक का चुनाव जीतने पर रंजय, सोनू व संतोष ने उनसे (विधायक से) परिचय कराया. फिर हमारी दोस्ती हो गयी.
2.
विधायकजी, रंजय और संतोष ने मुझे कोयला कारोबार के लिए प्रोत्साहित किया. इन लोगों ने ईंट भट्ठा सेट करने को कहा. मैं ईट भट्ठा में कोयला ले जाता. इस दौरान जब भी धनबाद आता तो सिंह मैंशन में रुकता. आने-जाने के क्रम में रंजय के भाई संजय सिंह समेत अन्य लोगों से दोस्ती हो गयी.
3.
रंजय ने झरिया के सतीश से मोबाइल का सीम दिलवाया था. इसी सीम का उपयोग मैं करता था. संतोष ने 29 जनवरी को फोन कर कहा कि रंजय की हत्या हो गयी है. उसने धनबाद बुलाया. यूपी से मैं 15 फरवरी को चला और 16 फरवरी को धनबाद पहुंचा. सिंह मैंशन में इसी दिन बैठक में योजना बनी कि रंजय की हत्या का बदला लेना है. मैं 20 फरवरी को फिर धनबाद से यूपी चला गया. संतोष ने बताया कि एक मार्च को धनबाद आना है. मैं धनबाद पहुंचा तो स्टेशन पर डब्लू ने रिसीव किया. बोला कि संतोष बिजी है आप मेरे साथ चलिए.
4.
एक मार्च को डब्लू मिश्रा मुझे कुसुम विहार में किराये के मकान में ले गया. मकान में साढ़े छह बजे शाम को संतोष आया. सोनू उर्फ कुर्बान समेत तीन लोग वहां पहले से थे. शिबू के साथ मैं छह मार्च को यूपी लौट गया. यूपी में रहने के दौरान मेरी सोनू व रिंकू से फोन पर बातचीत होती थी.
5.
मैं 17 मार्च को फिर धनबाद आया और कुसुम विहार में किराये के मकान में रुका. शिबू के दोनों दोस्त दिल्ली लौट गये थे. अमन को 19 मार्च फोन कर धनबाद बुलाया. रोहित का फोन 20 मार्च को मोबाइल पर आया. रोहित बोला कि उसके फोन से कॉल नहीं लग रहा था. रोहित ने धनबाद स्टेशन रोड के दुकानदार के मोबाइल से फोन किया था.
6.
21 मार्च को किराये के मकान से मैं कोयला नगर गोलबंर तक आया. संजय व संतोष अल्टो कार से वहां पहुंचा. दोपहर में वहीं शिबू भी बाइक से पहुंचा. शिबू बोला चलो कमरे में. सभी कुसुम विहार किराये के मकान में पहुंचे. संतोष ने किराये के मकान में बैग खोला, जिसमें पिस्टल व गोली थी. पिस्टल के मैगजीन में गोली भरी गयी. जो गोली बची वह ले ली. सोनू, शिबू, अमन, रोहित भी थे. संतोष ने सभी को अखबार दिखलाया जिसमें नीरज सिंह का फोटो था. शिबू के पास संतोष का मोबाइल था. संतोष बोला कि इसी मोबाइल में नीरज का लोकेशन मिलेगा. चारों के साथ मैं भी कुसुम विहार घर से निकला.
7.
घर से निकल कर मैं स्टेशन आ गया. अमन का फोन आया कि काम हो गया है. रिंकू से 22 मार्च को फोन पर बात हुई तो कहा कि शिबू व सोनू का पैसा खत्म हो गया है. कोलकाता में पैसा पहुंचाना है. मैं 23 मार्च को बनारस से कोलकाता पहुंचा. कोलकाता में शिबू व सोनू को पैसे दिये. कोलकाता में अपने रिश्तेदार के यहां ठहराया व खाना खिलाया. वहीं से टिकट की व्यवस्था करवायी. कोलकाता से 24 को चले व 25 को बनारस पहुंच गया. बनारस में दोनों पिस्टल निकाल शिबू व सोनू ने संतोष को दे दिया.
8.
घटना में रंजय का भाई संजय, दोस्त संतोष, सोनू उर्फ कुर्बान अली, सोनू का मित्र अमन व रोहित सिंह के साथ रिंकू सिंह, डब्लू मिश्रा, धनजी व बिनोद सिंह दोषी है. मैं इस मामले में बेकसूर हूं.

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