गोड्डा: पोड़ैयाहाट के गायघाट मौजा पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठे अनशनकारियों ने अपने हाथ में परचा रखा. इनलोंगों ने परचा दिखाकर रैयत होने का प्रमाण दिया. प्रभावित किसान तथा समाजसेवी चिंतामणि ने कहा कि अडाणी के कथित दलाल भाषणबाजी कर रहे है. सही मायने में कई लोग अडाणी कंपनी के दलाल बन बैठे है. वे सही रैयत को फरजी बता रहे है.
जबकि सच है कि अनशनकारी अडाणी को अपनी जमीन देना नहीं चाहते हैं. जबकि सरकार व प्रशासन उनकी जमीन को लेना चाहती है. प्रेमनंदन मंडल व अन्य इस क्षेत्र के प्रधान हैं. उनकी अपनी जमीन कहां है वह तो सरकार की जमीन है. इस जमीन को अडाणी को देने का दावा किया जा रहा है जो गलत है. चिंतामणि ने बताया कि परियोजना क्षेत्र के 10 किमी की परिधि में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा. पावर प्लांट के बसने का मतलब यह नहीं है कि सिर्फ परियोजना क्षेत्र पर ही प्रभाव पड़ेगा. इसलिए किसी भी हाल में इस क्षेत्र के लोग अडाणी को अपनी जमीन नहीं देंगे. राजनेता को कभी भी कंपनी के हितों में अपनी बात को नहीं रखनी चाहिये बल्कि आम लोगों के हितों के अपनी बात को रखनी चाहिए.वहीं पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने बताया कि 20 अप्रैल को जमीन बचाओ संघर्ष मोरचा के बैनर तले क्षेत्र मे जनजागरण अभियान भी चलाया जायेगा.
प्रभात फेरी मोतिया गांव से निकाली जायेगी. इसके बाद नयाबाद, गायघाट, समरूआ आदि गांवों में जमीन बचाओ मुद्दे को लेकर आंदोलन किया जायेगा. 21 को राष्ट्रीय स्तर पर मेधा पाटेकर की टीम भी इन गांव का दौरा करेगी. विस्थापित होने वाले परिवारों से अपनी ओर से पूछताछ करेगी.
अडाणी को भगाये जाने के लिये अनशन पर डटे सत्याग्रहियों ने एक कुंडीय हवन व यज्ञ किये जाने को कही. बताया कि इसमें सिर्फ अडाणी स्वाहा का पाठ पढ़ा जायेगा. इस अवसर पर मनोज यादव, दिलीप साह आदि थे. वहीं लगातार चार दिनों से सत्याग्रह पर बैठे पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव का वजन घटकर 90 से 85 किलो हो गया है. रक्त चाप 90/160 है. सुगर का लेवल भी गिरा है.