उनके परिजनों ने बताया कि देवानंद घर के सबसे छोटे थे. देवानंद प्रतिदिन अपने डयूटी से आने के बाद वे परिवार के सभी सदस्यों के साथ फोन से बात करते थे. घटना की रात 25 सितंबर को भी वह परिवार के सदस्यों से बात कर कहा था कि दुर्गा पूजा में घर आयेंगे. इसके बाद दो दिनों तक फोन नहीं तो परिवारवालों ने खोजबीन शुरू की. परिजनों ने बताया कि मुबई में रह रहे अन्य परिजन व गांव के लोगों से बात करने पर बताया कि देवानंद के आवास से कुछ दूरी पर ही रहते हैं, वहां जाकर जानकारी देंगे. इसके बाद वे लोग जब देवानंद के आवास पर गये तो देखा कि घर का दरवाजा खुला था और उसकी लाश पलंग के नीचे पड़ी थी. परिजनों ने बताया कि आसपास में खून के निशान भी देखा गया है.
जिसमें केस नहीं करने काे लेकर कुछ लोगों द्वारा दबाव बनाया जा रहा था. इसकी जानकारी उसने अपने परिवार वालों को भी फोन पर दी थी. घटना को लेकर उनके पिता नाजीर दास ने कहा कि देवानंद की हत्या की गयी है. पुलिस इसकी पूरी छानबीन करे. वहीं महाराष्ट्र के ठाणे जिला अंतर्गत नेरूल थाना की पुलिस का कहना कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. घटना को लेकर मृतक की मां समेत कई अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.