देवघर: प्रत्येक वर्ष श्रावणी मेले को लेकर देवघर में कांवरिया व श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ पड़ती है. इस बात को लेकर एक-डेढ़ माह पूर्व से राज्य के आला अधिकारी व जिला प्रशासन सजग हो जाते हैं. मगर हर वर्ष बाबा वैद्यनाथ के दर्शन व जलार्पण को लेकर कांवरियों की कतार शहर की सात-आठ किमी की परिधि को पार कर डढ़वा नदी या उससे आगे जा पहुंचती है. इस दौरान कतार में लगे पुरुष कांवरियों की अपेक्षा महिला कांवरियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ऐसे में उन्हें प्रशासन की ओर से तिरुपति बालाजी व वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर बाबा मंदिर में सुलभ दर्शन करा पाना टेढ़ी खीर साबित होती है. इसके लिए जल्द से जल्द क्यू कांप्लेक्स का निर्माण होना जरूरी है.
उक्त बातें शहर के प्रबुद्ध जनों ने श्रावणी मेले के मद्देनजर प्रभात खबर कार्यालय परिसर में मंगलवार को आयोजित प्रभात परिचर्चा में कही. इसके अलावा कई लोगों ने मेले को संचालित करने के लिए कुंभ मेले की तर्ज पर मेला प्राधिकार का गठन किये जाने, छोटे -छोटे स्लॉट में कॉरिडोर का निर्माण कर व सुविधा देकर कांवरियों को कंट्रोल करने तथा अस्थायी दुकानों की लिस्टिंग कर बेहतर व्यवस्था कायम करने का प्रस्ताव दिया.
परिचर्चा की अध्यक्षता पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो(डॉ) सुरेश भारद्वाज ने व संचालन होटल ऑनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अलख निरंजन शर्मा ने किया. जबकि परिचर्चा में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, तीर्थ पुरोहित महासभा के महामंत्री दुर्लभ चरण मिश्र, मंदिर बचाओ समिति के विनोद दत्त द्वारी, केसरवानी महासभा के राष्ट्रीय मंत्री हनुमान प्रसाद केसरी, संताल परगना चेंबर ऑफ कामर्स के महासचिव आलोक कुमार मल्लिक, मारवाड़ी ब्राrाण संघ के मीडिया प्रभारी अशोक दायमा, भारत विकास परिषद के पदाधिकारी संतोष शर्मा, जिला खुदरा दुकानदार संघ के अध्यक्ष नारायण टिबड़ेवाल, आइएमए, देवघर शाखा के सचिव डॉ शत्रुघA प्रसाद सिंह, व्यवसायी विनोद केसरी आदि ने अपनी राय दी.