देवघर: श्रावणी मेला और देवघर शहर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए निगम ने देवघर नगर निगम ने 15 जुलाई तक एनर्जी सेवर लाइट सहित विद्युत सामग्रियों की आपूर्ति का आदेश एक निजी कंपनी मैक्स इलेक्ट्रिक को दिया था.
आदेश किये गये विद्युत सामग्रियों की कीमत करीब 40 लाख रुपये थी. कंपनी ने निर्धारित समय पर विद्युत सामग्रियों की आपूर्ति नहीं की. 15 जुलाई तक आने वाली खेप निगम पहुंचा 24 सितंबर को. लेकिन तीन माह बाद विद्युत सामग्रियों की खेप पहुंचने को निगम के आयुक्त ने गंभीरता से लिया और कंपनी के लेटलतीफी रवैये के कारण ट्रक को अनलोड करने के बजाये, वापस भेजने का निर्देश दिया. निगम के विद्युत प्रभारी ने निगम आयुक्त ने वापस भेज दिया.
इलेक्ट्रिकल सामग्री वापस करने के क्रम में निगम के कर्मियों ने 50 से अधिक एनर्जी सेवर लाइट को विद्युत प्रभारी ने नगर निगम में रख लिया. जब इस बात की जानकारी नगर निगम के आयुक्त को मिली तो उन्होंने विद्य्रुत प्रभारी को सामग्री लौटाने का आदेश दिया लेकिन देर शाम तक एनर्जी सेवर लाइट नहीं लौटाया गया. इस बात को लेकर नगर आयुक्त ने नाराजगी जतायी. बताया जाता है कि श्रवणी मेला व निगम क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आर्डर किया गया था. क्रय समिति ने इसकी स्वीकृति दी थी.
कंपनी ने आपूर्ति की थी कई प्रकार की लाइटें : नगर निगम के आदेशानुसार आपूर्तिकर्ता ने 1000 सीएफएल, 500 एनर्जी सेवर चौक, 500 टय़ूब, 300 सोडियम वेपर होल्डर, 400 कंडेंशर, 300 सोडियम बल्ब, 200 सोडियम चौक, 50 सोन-टी, 600 स्वीच, 1500 बल्ब, 1500 होल्डर आदि ट्रक से भेजा था.
एनर्जी सेवर लाइट के फायदे
एनर्जी सेवर लाइट नये तरीके से डिजाइन किया गया है. यह पूरी तरह से ऑटोमेटिक है. सन लाइट में यह ऑटोमेटिक तरीके से बंद हो जाता है. जबकि शाम होते ही स्वत: रोशनी देने लगता है. इस लाइट के इस्तेमाल से नगर निगम को मैनपावर की समस्या से नहीं जूझना पड़ता.