इस दौरान पाया गया कि सड़क, गार्डवाल व नाला का निर्माण कार्य आनन-फानन पर चल रहा है. इन योजनाओं की जांच से पहले फाइनल करने की तैयारी चल रही है. कई योजनाओं में प्रथम चरण का भुगतान भी आनन-फानन में किया जा रहा है, जबकि दिशा की बैठक में योजनाओं की जांच पूरी होने तक कार्य बंद करने का निर्णय लिया गया था.
अब स्थिति यह होने लगी है कि पथ निर्माण विभाग के अभियंता को स्थल पर पूर्ण रोड की मापी करनी पड़ रही है. अभियंताओं के अनुसार, योजना पूर्ण होने की स्थिति में कार्य की गुणवत्ता की जांच प्रभावित हो सकती है. गड़बड़ कार्यों में परदा डाला जा सकता है. मालूम हो कि करीब 25 करोड़ की 27 योजना की स्वीकृति से लेकर कार्यान्वयन पर सवाल उठा है. 27 योजनाओं में रोड, पुलिया, नाला, गार्डवाल है.