चतरा : जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर उपायुक्त हंसराज सिंह ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. डीसी ने सिविल सजर्न को निर्देश दिया कि पदस्थापित जगहों से गायब रहने पर चिकित्सकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायें.
ज्ञात हो कि जिले में 54 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें मात्र 27 चिकित्सक ही कार्यरत हैं. डीसी ने जिले के सभी स्वास्थ्य कें द्रों व उपकेंद्रों में नियमित रूप से चिकित्सक भेज कर मरीजों का इलाज कराने का निर्देश दिया. लावालौंग के प्रभारी मनोज भगत को नियमित रूप से प्रखंड मुख्यालय में रहने का निर्देश दिया.
साथ ही कहा कि आदेश का पालन नहीं करने पर उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज की जायेगी. उपायुक्त ने इटखोरी के चिकित्सक की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए उसमें सुधार लाने को कहा. साथ ही उंटा, कान्हाचट्टी, गिद्धौर के अतिरिक्त व पीएचसी में चिकित्सक भेजने का निर्देश सीएस को दिया.
कुंदा के चिकित्सक दिलीप कुमार के कुंदा नहीं जाने से मरीजों को हो रही परेशानी पर उपायुक्त ने कुमार के खिलाफ कारवाई करने का निर्देश दिया. इस दौरान डीसी ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की भी समीक्षा की. इस दौरान डीसी ने सीएस को स्वास्थ्य सुविधा लोगों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. बैठक में डीडीसी जेजे तिर्की, एसी रामलखन प्रसाद गुप्ता, एसडीओ हैदर अली, सीएस बिनोद उरांव, एसीएमओ राजेश्वर प्रसाद आदि मौजूद थे.