दातुन व पत्ता बेच कर करना पड़ रहा है गुजारा
चतरा : जिले में अन्नपूर्णा के लाभुकों को नौ माह से अनाज नहीं मिल रहा है़ आवंटन के अभाव में राशन नहीं मिलने से लाभुकों को काफी परेशानी हो रही है़ वृद्धावस्था में किसी तरह काम कर पेट पालने को मजबूर हैं. जिले में 1533 अन्नपूर्णा के लाभुक हैं. सभी को हर माह मुफ्त में 10-10 किलो अनाज देने का प्रावधान है. अनाज के लिए कई लाभुक हर रोज प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं.
क्या कहते हैं लाभुक : कुंदा प्रखंड के सिंदरी गांव के अन्नपूर्णा लाभुक 70 वर्षीय दशरथ यादव ने बताया कि अनाज नहीं मिलने के कारण भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. जंगल से दातुन व पत्ता लाकर उसे बेच कर गुजारा करना पड़ रहा है. नवादा की 65 वर्षीय झरी गंझू ने बताया कि दूसरों का जानवर चरा कर व खेतों की रखवाली कर जीवन-यापन कर रहे हैं़ नौ माह से अनाज नहीं मिला है.
किस प्रखंड में कितने लाभुक : नगरपालिका में 86, चतरा ग्रामीण में 271, सिमरिया में 154, लावालौंग में 116, प्रतापपुर में 216, कुंदा में 69, इटखोरी में 178, गिद्धौर में 60, पत्थलगड्डा में 48, टंडवा में 151 व हंटरगंज प्रखंड में 184 अन्नपूर्णा लाभुक हैं.