अनुसंधान के बाद इस घटना में भुवनेश्वर साव व शंकर रवानी का नाम सामने आया है. शंकर रवानी ने अपराध कबूल किया है. शंकर रवानी ने घटना में भुवनेश्वर साव के अलावे डिंगील व बन्नु नामक युवक की संलिप्तता बतायी है. शंकर के अनुसार, यह घटना लोहा व्यवसाय में हुए विवाद को लेकर हुई है. लोहा व्यवसाय के कारण ही छोटू वर्णवाल व शंकर रवानी में दोस्ती हुई. व्यवसाय में वर्चस्व को लेकर दोनों के बीच फिर झगड़ा हो गया.
इसी कारण योजना बना कर सभी युवक छोटू वर्णवाल पर नजर रखने लगे. सात अक्तूबर 2014 की रात साढ़े आठ बजे जब छोटू वर्णवाल अपनी बाइक से सेक्टर नौ के स्ट्रीट संख्या एक व दो के बीच जा रहे थे. इसी दौरान शंकर रवानी, डिंगील व बन्नु हीरो होंडा बाइक बाइक से छोटू के पीछे लग गये. छोटू की बाइक को ओवरटेक कर पीछे बैठा बन्नु ने पिस्तौल से गोली चला दी. गोली लगने पर छोटू वर्णवाल सड़क पर गिर गया. तीनों युवक भाग गये. बीजीएच में इलाज के बाद छोटू की जान बची थी.