पर्याप्त रुचि, क्षमता, व्यक्तित्व का मूल्यांकन व परीक्षण कर कॅरियर का चुनाव करें
सुनील तिवारी
बोकारो : उपरोक्त उदाहरणों से समझ में आता है कि किसी विषय में रु चि ही काफी नहीं है. उसमें पर्याप्त क्षमता भी होनी चाहिए. और कई बार क्षमता तो होती है, पर वहां रुचि का अभाव होता है.
इसीलिए कैरियर चयन में यह आवश्यक है कि मनोवैज्ञानिक परामर्शदाताओं द्वारा पर्याप्त रु चि, क्षमता व व्यक्तित्व का मूल्यांकन व परीक्षण कर कैरियर का चुनाव किया जाये. और इस तरह से हम यह कह सकते हैं कि सिर्फ विकल्पों की जानकारी ही कैरियर काउंसलिंग नहीं है, अपितु विकल्पों को चुनने से पूर्व उसका संपूर्ण मनोवैज्ञानिक व्यक्तिगत मापन होना चाहिए.
क्षमता के अनुरूप कोर्स व कॅरियर का चयन करें : झारखंड, सीबीएसइ व आइसीएससी बोर्ड की 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट निकल गया है. सीबीएसइ 12वीं बोर्ड का रिजल्ट 26 मई को आयेगा. रिजल्ट निकलने के बाद बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी सक्रिय हो गये हैं. 12वीं बोर्ड पास स्टूडेंट्स ऐसा कोर्स करना चाहते हैं, जिससे कैरियर निर्माण में सहयोग मिले. उधर, 10वीं बोर्ड पास विद्यार्थी उस संकाय में एडमिशन को इच्छुक हैं, जिससे आगे चल कर कैरियर निर्माण में कोई समस्या न हो. ऐसे में अभिभावकों की भूमिका बढ़ गयी है. बच्चों की क्षमता के अनुरूप कोर्स व कैरियर का चयन करें.