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चोरी पर काबू पाने व कम ऊर्जा में ज्यादा आउटपुट देने की मशीन बड़ी उपलब्धि, जैनामोड़ का आइंस्टाइन है शत्रुघ्न
बोकारो : एक यंत्र जो गृहस्वामी की अनुपस्थिति में भी चोरों की इंट्री घर में नहीं होने देगा. यदि चोर घर में घुसने की कोशिश करता है तो गृहस्वामी के मोबाइल में रिंग होने लगेगा. रिंग फोन रिसीव होने तक लगातार होता रहेगा. साथ ही शॉर्ट सर्किट की जानकारी भी देगा. बिजली नहीं होने की […]
बोकारो : एक यंत्र जो गृहस्वामी की अनुपस्थिति में भी चोरों की इंट्री घर में नहीं होने देगा. यदि चोर घर में घुसने की कोशिश करता है तो गृहस्वामी के मोबाइल में रिंग होने लगेगा. रिंग फोन रिसीव होने तक लगातार होता रहेगा. साथ ही शॉर्ट सर्किट की जानकारी भी देगा. बिजली नहीं होने की स्थिति में भी यंत्र बैकअप के जरिये लगातार काम कर सकता है.
खेती समेत अन्य उपयोग के लिए पानी की जरूरत होती है. जरूरत पूरी करने के लिए काफी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है. कभी-कभी ऊर्जा की कमी जरूरत पूर्ति की राह में रोड़ा बनता है. इसके समाधान के जेट पंप बनाया गया. खासियत यह कि बिजली की आधी खपत में मोटर पूरी ताकत के साथ पानी देगा. पंप के एम्पेरियो में बदलाव कर ताकत बढ़ायी गयी है.
इनका निर्माता शत्रुघ्न महतो है. यह सिर्फ झलक मात्र है. विभिन्न यंत्र के निर्माण के चलते शत्रुघ्न को जैनामोड़ का आइंस्टाइन कहा जाता है. आठवीं पास शत्रुघ्न पेशे से इलेक्ट्रिक मिस्त्री है. बिना किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग के अपने निर्माण से केंद्रीय टीम का भी ध्यानाकर्षण किया है. केंद्र सरकार के माइक्रो स्मॉल मीडियम इंटरप्राइजेज के अधीन पीपीपी मोड में काम करने वाली मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च सेंटर(एमएसआरसी) ने इनके आविष्कार को सराहा है. साथ ही बिजनेस एक्यूबेशन स्कीम के तहत 6.25 लाख की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.
अब रात में भी बिजली देगा सोलर पैनल
शत्रुघ्न का आविष्कार सिर्फ दो यंत्र तक ही सीमित नहीं है. शत्रुघ्न का कुछ निर्माण हैरत में डालने वाला भी है. इस सूची में शामिल है स्पेशल सोलर पैनल. पैनल की विशेषता यह कि दिन में सूर्य की रोशनी के साथ-साथ रात की चांदनी में भी यह बिजली देता है. इस पैनल का प्रदर्शन कई स्तर पर किया गया है. रविवार को एमएसआरसी में प्रदर्शित किया जायेगा. सदस्यों की मंजूरी के बाद इसे भी बिजनेस एक्युबेशन स्कीम में शामिल किया जायेगा.
घाटा में व्यवसाय, फिर भी हार नहीं मानी
शत्रुघ्न बताता हैं कि व्यवसाय में नुकसान हो रहा है. पैसों की कमी के कारण दुकान का संचालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है. बावजूद इसके वह नये-नये प्रयोग करने से पीछे नहीं हटता. ग्राहकों की अनुपस्थिति में वह निर्माण कार्य करता रहता है. बताता है : व्यवसाय का नुकसान झेला जा सकता है लेकिन, दिमाग के उपज को एक बार रोक दिया गया तो आविष्कार नहीं हो पायेगा. नुकसान को समय के साथ खत्म कर दिया जायेगा. शत्रुघ्न ने अपने निर्माण कार्य की जानकारी मुख्यमंत्री को भी पत्राचार के माध्यम से दी है.
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