रांची: चीन में झारखंड के ट्राइबल और डोकरा आर्ट की प्रदर्शनी लगेगी और बिक्री होगी. द्वितीय चाइना साउथ एशिया एक्सपो और कमिंग इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्जीविशन सेंटर झारखंड से नौ उद्यमी और हस्त शिल्पी जा रहे हैं. छह से 10 जून तक लगने वाले मेले में रांची, धनबाद और जमशेदपुर के निर्यातक शामिल होंगे. फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) झारखंड द्वारा यहां के उद्यमियों के मेले में ले जाया जा रहा है.
भारत को एक सौ स्टॉल आवंटित, नौ स्टॉल झारखंड के
कमिंग के मेले में भारत को एक सौ स्टॉल आवंटित किये गये हैं. जिसमें नौ स्टॉल झारखंड को दिये गये हैं. मेले में ट्राइबल ज्वेलरी, टेराकोटा, सिल्क, हैंडीक्राफ्ट और डोकरा के आइटम भी रहेंगे. झारखंड की तीन महिला भी इस बार मेले में शामिल हो रही हैं. जिनमें रांची मर्सी मंजुला बिलुंग व रीता सेन, और धनबाद की मौसमी नाग हिस्सा ले रही हैं. पेंटर अजीत पंडित भी इस मेले में अपनी ऑयल पेंटिंग की प्रदर्शनी लगायेंगे.
चीन में झारखंड के उत्पादों की काफी मांग: अवनीश
फियो के जूनियर असिस्टेंट अवनीश कुमार बताते हैं कि चीन में झारखंड के उत्पादों की भारी मांग है. खासकर यहां के ट्राइबल ज्वेलरी और आर्गेनिक सिल्क की मांग अधिक है. आर्गेनिक सिल्क झारक्राफ्ट बनाता है. आर्टिफिशियल फ्लावर व डोकरा आर्ट, टेराकोटा की भी मांग है. पिछली बार साउथ एशिया एक्सपो में झारखंड से तीन ही लोग शामिल हुए थे. इस बार नौ लोगों को भेजा जा रहा है. फियो निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए स्थानीय उद्यमियों को एक से डेढ़ लाख रुपये तक की सब्सिडी भी देती है.