सुपौल : बात खाकी वर्दी की हो तो विवाद अक्सर जुड़ ही जाता है. विवाद अक्सर पुलिस की सामाजिक तौर पर कार्यशैली को लेकर होती है, लेकिन इस बार विवाद का बिंदु कुछ अलग है. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो विवाद की जड़ में है. जिसमें खाकी वर्दी में एक पुलिस कर्मी सदर थाना परिसर स्थित हनुमान मंदिर में किसी महिला के साथ आपत्तिजनक व्यवहार कर रहा है. जाहिर है, थाना, वर्दी व मंदिर तीनों की मर्यादा टूट रही है. वीडियो करीब एक सप्ताह पूर्व का बताया जा रहा है.
हालांकि महिला कौन है और कहां से आयी है, यह स्पष्ट नहीं हो रहा है. न ही पुलिस कर्मी का चेहरा स्पष्ट हो रहा है, लेकिन वीडियो में इतना स्पष्ट तौर पर प्रतीत हो रहा है कि आशिक मिजाज इस पुलिस कर्मी के आपत्तिजनक कार्य में महिला का भी भरपूर सहयोग उसे प्राप्त हो रहा है.
वायरल वीडियो पुलिस कर्मी से लेकर आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन रहा है. साथ ही बेहद चाव से यह वीडियो एक-दूसरे को दिखायी और साझा की जा रही है.
सार्वजनिक स्थलों पर यह व्यवहार है अपराध: जानकार बताते हैं कि पति-पत्नी ही क्यों न हो, भारतीय कानून के अनुसार सभी को एक पर्दे के अंदर रहना होता है. सार्वजनिक स्थलों पर इस प्रकार से प्रेम का इजहार करना या महिला से छेड़छाड़ अपराध है. क्योंकि इसका असर देखने वाले अन्य लोगों पर भी पड़ता है और समाज में प्रतिकूल संदेश का प्रवाह होता है. लिहाजा ऐसे मामलों में पुलिस को स्वत: संज्ञान से भी कार्रवाई का अधिकार है, लेकिन वीडियो में एक खाकीधारी ही नजर आ रहा है. लिहाजा सवाल यह उठ खड़ा हुआ है कि जब वर्दीधारियों को ही नियम-कानून की परवाह नहीं है, आम लोग कितने संयमित रह सकते हैं. चर्चा का मूल कारण यह भी है कि सदर थाना परिसर में ही महिला थाना और सदर एसडीपीओ का कार्यालय भी अवस्थित है. यही कारण है कि वायरल हो रहे इस वीडियो को जो भी देख रहा है, पुलिस व खाकी वर्दी को कोसने से खुद को नहीं रोक पा रहा है.
वीडियो देखने से स्पष्ट तौर पर किसी की पहचान नहीं हो पा रही है. निश्चित तौर पर सार्वजनिक जगहों पर आपत्तिजनक व्यवहार अपराध की श्रेणी में आता है. लिहाजा महिला द्वारा संबंधित मामले की शिकायत की गयी, तो कार्रवाई की जायेगी.
डाॅ कुमार एकले, पुलिस अधीक्षक, सुपौल