सीवान : बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में आयोग के सचिव परमेश्वर राम की गिरफ्तारी के बाद अचानक सीवान भी चर्चा में है. गिरफ्तार परमेश्वर राम जिले के सिसवन में बीडीओ के पद पर तैनात रहे हैं. ऐसे में उनके कार्यकाल के दौरान की गतिविधियों का भी एसआइटी आकलन करने के लिए सीवान दस्तक दे सकती है. बिहार कर्मचारी चयन आयोग की दो चरणों की हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है.
साथ ही इस मामले में एसआइटी ने साक्ष्यों के आधार पर आयोग के सचिव परमेश्वर राम की मुख्य भूमिका सामने आने के बाद गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद एसआइटी ने आयोग के सचिव तथा अन्य से अब तक की हुई पूछताछ के आधार पर जांच की कार्रवाई तेज कर दी है. इस क्रम में सिसवन में बतौर बीडीओ परमेश्वर राम की तैनाती के दौरान उनके कार्यकलापों की चर्चा शुरू हो गयी है. जिला प्रशासन के मुताबिक, गिरफ्तार परमेश्वर राम वर्ष 2005 में 11 जनवरी से 25 अगस्त तक तैनात रहे थे. उनके साथ कार्यरत रहे कर्मियों के मुताबिक श्री राम ने अपने कार्यकाल के दौरान कई प्रमुख निर्माण कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया था. इसमें बीआरसी भवन व ब्लॉक परिसर की चहारदीवारी का निर्माण समेत अन्य कई कार्य प्रमुख है.
इस बीच अब पेपर लीक मामले में परमेश्वर राम की गिरफ्तारी के बाद सिसवन में उनकी चर्चा तेज है. सूत्रों के मुताबिक एसआइटी आयोग के सचिव परमेश्वर राम के हर करीबी का ब्योरा एकत्रित कर रही है. इस क्रम में एसआइटी के सीवान में भी जल्द दस्तक देने की चर्चा है. हालांकि इस चर्चा की कोई संबंधित अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहे हैं. इसके बाद भी अफवाहों को ही लेकर आखिर उनके बीडीओ के कार्यकाल के दौरान करीब रहे कर्मियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं. उन्हें आशंका है कि एसआइटी कभी पूछताछ कर सकती है. एसआइटी के सीवान आने की चर्चा के संबंध में पूछे जाने पर एसपी सौरभ साह ने अनभिज्ञता जतायी. उन्होंने कहा कि जांच टीम अपना कार्य कर रही है.