सीवान : तीन माह के टूरिस्ट वीजा की समय सीमा समाप्त होने के बाद सीवान शहर का एक युवक मलयेशिया में फंस गया है. वह अपने वतन लौटने को लेकर बेचैन है, परंतु वहां एजेंट उसका वीजा नहीं लौटा रहा है. सबसे खास बात ठेकेदार उससे कार्य भी करा रहा है, लेकिन पैसे नहीं दे रहा है. जिससे उसके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
वह बीमार है, लेकिन पैसे के अभाव में इलाज नहीं हो पा रहा है.
मालूम हो कि महादेवा ओपी थाना क्षेत्र के माधवनगर निवासी शशि कुमार पिता कौशिक प्रसाद वर्मा दिसंबर 2017 में मलेशिया के लिए एजेंट के माध्यम से कमाने गया था, ताकि घर की माली हालत सुधारा जा सके. शशि जब मलेशिया गया तो वहां ठेकेदार के माध्यम से काम तो मिल गया, लेकिन तीन महीने के बाद वीजा का समय खत्म हो गया. मलेशिया में अपने को फंसा देखकर पीड़ित जब अपने वीजा के बारे में जानने के लिये मलेशिया ऑफिस में गया तो वहां पता चला कि उसे टूरिस्ट वीजा पर 1 लाख 15 हजार रुपये ऐंठकर नौतन के एजेंट द्वारा मलयेशिया कमाने के लिये भेज दिया गया है.
तब जाकर किसी माध्यम से पीड़ित शशि ने अपने पिता सहित पूरे परिवार के सदस्यों को फोन कर बताया कि मलेशिया में मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है. समय पर खाना भी नहीं दिया जा रहा है. वहीं, अब फोन पर बात भी नहीं करने दिया जा रहा है. इसकी जानकारी होने पर पिता कौशिक प्रसाद वर्मा ने एजेंट के घर पहुंचे, लेकिन वह नहीं मिला. इससे परेशान होकर पिता ने प्रभारी डीएम विद्यु भूषण चौधरी को आवेदन देकर नौतन थाना क्षेत्र के बिशुनपुरा गांव निवासी एजेंट राजनारायण कुशवाहा पर धोखाधड़ी कर मलेशिया भेजने के नाम पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
साथ ही डीएम से पिता ने कहा है कि मेरे पुत्र को मलेशिया में पासपोर्ट नहीं दिया जा रहा है, जिससे वह भारत आने में असमर्थ है. इसमें डीएम से हस्तक्षेप करने की मांग की है, ताकि उसका पुत्र सही सलामत अपने देश लौट सके. साथ ही फरेबी एजेंट पर कार्रवाई की जा सके.