सीतामढ़ी : निगरानी जांच में घोटाला उजागर होने के बाद बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण जल संसाधन विभाग पटना के अभियंता प्रमुख तथा मुजफ्फरपुर के मुख्य अभियंता के आदेश पर कार्यपालक अभियंता, बागमती प्रमंडल सीतामढ़ी राम विनय सिन्हा ने डुमरा थाने में 19 दिसंबर 2016 को प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
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निगरानी जांच में हुआ था अधवारा बांध के ऊंचीकरण में घोटाला उजागर
सीतामढ़ी : निगरानी जांच में घोटाला उजागर होने के बाद बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण जल संसाधन विभाग पटना के अभियंता प्रमुख तथा मुजफ्फरपुर के मुख्य अभियंता के आदेश पर कार्यपालक अभियंता, बागमती प्रमंडल सीतामढ़ी राम विनय सिन्हा ने डुमरा थाने में 19 दिसंबर 2016 को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. कुल तीन करोड़ 40 लाख […]
कुल तीन करोड़ 40 लाख 18 हजार 364 रुपये के इस घोटाले में जल संसाधन विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता व वर्तमान में कटिहार में बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण जल संसाधन विभाग में मुख्य अभियंता के पद पर तैनात गुंजा लाल राम, तत्कालीन अधीक्षण अभियंता वर्तमान में सेवानिवृत्त देवानंद कुंवर, तत्कालीन कार्यपालक अभियंता सीतामढ़ी व वर्तमान में सेवानिवृत्त भीम शंकर राय, तत्कालीन
सहायक अभियंता व वर्तमान में समग्र योजना अन्वेंशन एवं प्रोजेक्ट प्रीपरेशन प्रमंडल पटना में सहायक अभियंता के पद पर तैनात सुभाष चंद्र भट्ट, तत्कालीन सहायक अभियंता अब सेवा निवृत्त बबन प्रसाद लाल, तत्कालीन कनीय अभियंता अब सेवा निवृत्त जवाहर लाल सिंह, तत्कालीन कनीय अभियंता व वर्तमान में समग्र योजना अन्वेंशन एवं प्रोजेक्ट प्रीपरेशन प्रमंडल पटना में सहायक अभियंता के पद पर तैनात प्रेम शंकर यादव, वर्तमान में सीतामढ़ी जल संसाधन विभाग में तैनात कनीय
अभियंता प्रदीप कुमार यादव, कपिल देव नारायण सिंह, रवींद्र कुमार व राजीव कुमार, प्रमंडलीय लेखा लिपिक संजय कुमार के अलावा बांध निर्माण व मरम्मत कराने वाली एजेंसी ब्रह्मपुत्रा इंफ्रास्ट्रक्चर नई दिल्ली के संयुक्त प्रबंध निदेशक संजीव पृथाली, एमडी सुनीत कुमार टोढ़ी, जीएम रवीश कुमार, मुख्तारनामा धारक राजदत्त पांडेय व प्रोजेक्ट मैनेजर अलखनाथ सिन्हा समेत 17 को आरोपित किया है.
मुख्य अभियंता, तत्कालीन अधीक्षण अभियंता, तत्कालीन कार्यपालक अभियंता, ब्रह्मपुत्रा इंफ्रास्ट्रक्चर नयी दिल्ली के एमडी, जीएम व प्रोजेक्ट मैनेजर समेत 17 के खिलाफ दर्ज हुई थी गबन की प्राथमिकी
मामला मुआवजे के नाम पर 3 करोड़ 40 लाख 18 हजार 364 रुपये की निकासी कर राशि के बंदरवाट का
किसानों के मुआवजे के नाम पर की गयी दो करोड़ 83 लाख 15 हजार 453 रुपये की निकासी
बांध निर्माता एजेंसी ब्रह्मपुत्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी को किया गया 65 लाख 30 हजार 178 रुपये अधिक भुगतान
क्या है मामला: जिले में अधवारा नदी के बायें तटबंध पर 0 से 43.60 किमी व दांये व 0 से 44 किमी भाग में तटबंध के ऊंचीकरण व सुदृढ़ीकरण के लिए नई दिल्ली की ब्रह्मपुरा कंट्रक्शन कंपनी के साथ तत्कालीन कार्यपालक अभियंता भीमशंकर राय ने 15 मई 2012 को एकरारनामा किया था. इसके तहत एजेंसी को ही किसानों की मिट्टी व फसल का मुआवजा देना था. तत्कालीन कार्यपालक अभियंता ने एकरारनामा के विरुद्ध किसानों के मुआवजे के नाम पर 2 करोड 83 लाख 15 हजार 453 रुपये की निकासी कर राशि की बंदरबाट कर ली.
इतना ही नहीं तत्कालीन कार्यपालक अभियंता ने एजेंसी को 65 लाख 30 हजार 178 रुपये अधिक भुगतान किया. इस तरह आरोपित अधिकारियों ने संबंधित एजेंसी के कर्मी व अधिकारियों के साथ गलत तरीके से 3 करोड़ 40 लाख 18 हजार 364 रुपये की राशि की निकासी कर गबन कर लिया है. कार्यपालक अभियंता द्वारा बरती गई
अनियमितता के बावजूद अधीक्षण अभियंता व मुख्य अभियंता ने कार्यपालक अभियंता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. निगरानी जांच में इसका खुलासा होने के बाद उच्चाधिकारियों के आदेश के आलोक में वर्तमान कार्यपालक अभियंता राम विनय सिन्हा द्वारा 19 दिसंबर को डुमरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
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