sasaram News : मास्टर प्लान में निगम के बाहर के 42 गांवों का भी होगा कायाकल्प

वर्ष 2045 तक 5.47 लाख हो जायेगी आबादी, तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की पड़ेगी जरूरत, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की भी होगी व्यवस्था, जनवरी तक तैयार हो सकता है चैप्टर पांच

By PANCHDEV KUMAR | December 2, 2025 10:39 PM

सासाराम नगर.

बिना प्लान का विकास संभव नहीं है. जरूरतों के अनुसार व्यवस्थाएं जरूरी हैं. अगर हम आज 20 वर्ष पहले के कार्य का प्लान तैयार करगें, तो 20 वर्ष में एक शहर, एक जिला फिर राज्य और देश में बेहतर व्यवस्था बना पायेंगे. इसी को ध्यान में रखकर नगर निगम क्षेत्र का अमृत 2.0 के तहत मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. इस प्लान में शहर की जरूरत के अनुसार, 2045 तक का खाका तैयार हो रहा है. टाउन प्लानर शांतनु साहू की देखरेख में स्टेशलाइट सिस्टम के कर्मचारी इस प्लान को तैयार कर रहे हैं. चार चैप्टर पूरा हो गया है और पांचवें की तैयारी चल रही है. टाउन प्लानर ने बताया कि हाल ही में इस प्लान को राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा को दिखाया गया था. उन्होंने कहा कि पांचवां चैप्टर जनवरी तक तैयार हो जायेगा. इसके बाद स्टेक होल्डर (सांसद, विधायक, मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षदों) को दिखाया जायेगा और उनसे इसपर मंतव्य लिया जायेगा. उसके बाद सुझाव आने पर बदलाव किया जायेगा. मास्टर प्लान में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की जरूरतफिलहाल अब तक तैयार हुए मास्टर प्लान में तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की जरूरत मानी जा रही है. यह 2045 के लिए है. क्योंकि, इस समय तक शहर की आबादी 5.47 लाख होने का अनुमान है, जिसके लिए यह पर्याप्त है. अगर आबादी और बढ़ेगी, तो और की जरूरत पड़ेगी. लेकिन, एसटीपी कहां बनेगा? इसको अब तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. मास्टर प्लान तैयार कर रही एजेंसी के शगुन ने बताया कि पांचवें चैप्टर में स्थल का निर्धारण होता है. अगर पूरे निगम क्षेत्र का आप देखें, तो कुछ वार्ड, जिनमें वार्ड संख्या 46, 47 हैं, जो करवंदिया माइन्स के हैं. यहां के नालियों का बहाव काव नदी की ओर है. बाकी सभी वार्डों के नालियों का बहाव शहर के पश्चिम की ओर है. ऐसे में इन एसटीपी का निर्माण पश्चिम की ओर होगा. इसके अलावा आपको स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पार्क सहित अन्य चीजों को भी शामिल किया जायेगा.

मास्टर प्लान में 12 मीटर से कम चौड़ी सड़कों का खाका नहीं तैयार किया जाता है. लेकिन, यहां हमलोगों ने नौ मीटर चौड़ाई का मानक रखा है. इसके अलावा इस मानक से कम चौड़ी सड़कों को जरुरत के अनुसार शामिल किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्लान में निगम क्षेत्र के बाहर के 42 गांव भी शामिल हैं, जिनमें सासाराम प्रखंड के 13 और शिवसागर प्रखंड के 29 गांव हैं, जिन्हें मास्टर प्लान के अंदर शामिल किया गया है. शहर से सटे इन गांवों का भी कायाकल्प होगा.

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