मशरक : गंडामन गांव में मृतकों के परिजनों से मिलने जा रहे भाजपा के शिष्टमंडल में शामिल नेताओं को बुधवार उस समय काफी फजीहत उठानी पड़ी और बैरंग लौटना पड़ा, जब मशरक बाजार पर बंद समर्थकों के घेरे में आ गये. गंडामन गांव मशरक बाजार से सात किमी दूर हैं.
गंडामन नवसृजित प्राथमिक विद्यालय के छात्रों की मौत विषाक्त भोजन खाने से हो गयी है और भाजपा का शिष्टमंडल गंडामन जा रहा था. इस घटना के विरोध में आक्रोशित भीड़ द्वारा सड़क को जाम किया गया था.
इसी बीच, वहां पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव, राष्ट्रीय महामंत्री राजीव प्रताप रूडी, पूर्व मंत्री जनार्दन सिंह सीग्रीवाल तथा तरैया विधायक जनक सिंह बाजार पहुंचे, तो आक्रोशित भीड़ ने घेर लिया और उनके खिलाफ भी नारेबाजी की और गंडामन जाने से रोक दिया. भीड़ इतनी आक्रोशित थी कि भाजपा नेताओं को कुछ कहते नहीं बना. भीड़ ने उनकी एक नहीं सुनी और बिना देर किये वापस लौट जाने को कहा.
भाजपा नेता बैरंग वापस लौट गये. दरअसल, जब भाजपा नेता वहां पहुंचे, उसके पहले भीड़ ने एसडीपीओ तथा सीओ और दो थाने के वाहनों को फूंक डाला था. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भाजपा नेताओं ने वापस लौटने में भी अपनी भलाई समझी. आक्रोशित भीड़ व बंद समर्थकों के आगे पुलिस भी लाचार व बेचारी बनी रही.
एसडीओ मनीष शर्मा प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बैठ कर स्थिति के बारे में मोबाइल पर सूचना संग्रह करते रहे. एसडीपीओ कुंदन कुमार अपनी गाड़ी फूंके जाने के बाद भाग कर थाने पहुंचे और दिन भर थाने पर ही बैठे रहे. मशरक में सात थानों की पुलिस को बुलाया गया था, जिसमें तरैया, भेल्दी, अमनौर, इसुआपुर, सीवान के बसंतपुर, भगवानपुर हाट, गोपालगंज के बैकुंठपुर थाने शामिल हैं.
हालांकि बसंतपुर, भगवानपुर हाट और बैकुंठपुर थाने की पुलिस को बंगरा में बंद समर्थकों ने काफी देर तक रोके रखा. इस वजह से तीनों थाने की पुलिस यहां देर से पहुंची.