सिंहेश्वर : सिंहेश्वर पंचायत क्षेत्र के रामपट्टी गांव जाने वाला वर्षों से बंद रास्ता एक बार फिर से खुल जायेगा. हालांकि बदले हुए स्वरूप में यह रास्ता केवल पैदल जाने के लिये ही इस्तेमाल किया जा सकेगा. बंद दीवार को तोड़ कर यहां पार्क विकसित किया जायेगा. शनिवार की शाम सिंहेश्वर में महाशिवरात्रि मेला की तैयारी का जायजा लेने पहुंचे सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के सचिव सह जिले के उपविकास आयुक्त मिथिलेश कुमार ने यह जानकारी दी. गौरतलब है कि सिंहेश्वर मंदिर रोड से होते हुए ही निकटवर्ती रामपट्टी गांव जाने का मुख्य मार्ग हुआ करता था. इस रास्ते को मंदिर परिसर स्थित शिवगंगा तालाब के विस्तारीकरण योजना के कारण तत्काल अवरूद्ध किया गया. बाद में तत्कालीन एसडीएम सह न्यास समिति के सचिव ने इस रास्ते को दीवार से घेर कर इस जगह को स्कूल के लिये प्रस्तावित कर दिया. इस निर्णय पर आपत्ति करते हुए रामपट्टी के ग्रामीणों ने मुकदमा कर दिया था.
न्यास समिति के सचिव ने बताया कि रास्ते की जगह पर दीवार को तोड़ा जायेगा लेकिन यहां पार्क विकसित किया जायेगा. पार्क के दोनों द्वार पर चक्रनुमा गेट लगाया जायेगा. इस रास्ते को केवल पैदल जाने-आने के लिये उपयोग में लाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि मंदिर रोड की व्यस्तता बहुत है इसलिये गाड़ियों को आवागमन उचित नहीं होगा. गाड़ियों के लिये कई अन्य वैकल्पित मार्ग है. डीडीसी ने न्यास कार्यालय, गांधी पार्क एवं सिंहेश्वर मंदिर के रंग रोगन कराने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि ये सारे कार्य पहले ही संपन्न होना चाहिये था. लेकिन अब भी समय है. उन्होंने मेला ग्राउंड में बन रही सड़क की गुणवत्ता का भी जायजा लिया और गुणवत्ता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करने का निर्देश दिया.