तत्कालीन एसपी सुनील नायक के नेतृत्व में हुई थी छापेमारी
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दो साल पूर्व भी फैक्टरी से बरामद हो चुका है अवैध तार
तत्कालीन एसपी सुनील नायक के नेतृत्व में हुई थी छापेमारी सहरसा सदर : शहर के पॉलिटेक्निक स्थित औद्योगिक परिसर का विवादों से कोई रिश्ता नया नहीं है. दो वर्ष पूर्व 27 मई की अहले सुबह तत्कालीन एसपी एम सुनील नायक के नेतृत्व में अहले सुबह छापेमारी कर रैकेट का परदाफाश किया गया था. एसपी एम […]
सहरसा सदर : शहर के पॉलिटेक्निक स्थित औद्योगिक परिसर का विवादों से कोई रिश्ता नया नहीं है. दो वर्ष पूर्व 27 मई की अहले सुबह तत्कालीन एसपी एम सुनील नायक के नेतृत्व में अहले सुबह छापेमारी कर रैकेट का परदाफाश किया गया था. एसपी एम सुनील नायक के नेतृत्व में परिसर में स्थित चंदन औद्यौगिक अल्युमिनियम में छापेमारी की गयी. जिसमें पुलिस को भारी मात्रा में स्थानीय आपदा विभाग व बिजली विभाग के अल्युमिनियम तार, पाइप व अन्य सामान मिला था.
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पिछले कई दिनों से उक्त फैक्टरी में स्थानीय पटेल मैदान स्थित आपदा विभाग के स्टोर से अल्युमिनियम व बिजली विभाग से तार खपाया जा रहा है. सूचना मिलने के बाद पुलिस द्वारा जाल बिछाकर विद्युत विभाग की बोर्ड लगी बिहार राज्य विद्युत विभाग, आपातकालीन सेवा की गाड़ी को सामान सहित जब्त किया गया था. जिस पर आपदा विभाग के अल्युमिनियम का पाइप लदा हुआ था.
छापेमारी के दौरान औद्योगिक परिसर क्षेत्र में अरविंद कुमार सिंह नामक व्यक्ति के दोनों फैक्टरी से भारी मात्रा में बिजली का तार बरामद किया गया था. जिसे गलाकर फैक्टरी संचालक द्वारा अल्युमिनियम का बरतन बनाने का गोरखधंधा चलाया जा रहा था. छापेमारी में गाड़ी चालक सहित फैक्टरी के चार कर्मी को पुलिस द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया था. वहीं स्थानीय पटेल मैदान के आपदा स्टोर से आपदा विभाग के स्टोर कीपर अमीन राम को भी गिरफ्त में लिया गया था.
दो मामला हुआ था दर्ज
दो वर्ष पूर्व हुई छापेमारी में तत्कालीन प्रभारी सदर थानाध्यक्ष सुरेंद्र पांडेय के बयान पर सदर थाना में कांड संख्या 349 व 350 दर्ज किया गया था. जानकारी के अनुसार अनुसंधान के दौरान कांड संख्या 349 को तथ्य का भूल बता मामला बंद कर दिया गया. वहीं कांड संख्या 350 एक की गिरफ्तारी के लिए बचा हुआ है. कुछ ही दिनों बाद संचालक अरविंद सिंह की मृत्यु हो गयी, जिसके बाद फैक्टरी की देखभाल व संचालन उसके पुत्र पुलिस के गिरफ्त में धराये गौरव ही कर रहा था. खगड़िया जिले से चोरी की बिजली तार को इस तरह सहरसा में खपाये जाने के बाद अंदेशा लगाया जा रहा है कि इस फैक्टरी से कई अन्य जिलों के भी धंधे में शामिल गिरोह का तार जुड़ा होगा. जहां से चोरी छिपे माल को फैक्टरी में पहुंचाया जाता होगा.
अधिकारियों ने लिया जायजा
फैक्टरी में गुरुवार की अहले सुबह हुई छापेमारी में भारी मात्रा में पकड़ाये बिजली तार की सूचना पर स्थानीय विद्युत विभाग के अधिकारी भी फैक्टरी पहुंच जांच में जुट गये. मौके पर पहुंचे विभाग के कार्यपालक अभियंता मुकेश नंदा व सहायक विद्युत अभियंता आलोक अमृतांशु ने बताया कि विभागीय स्तर पर फैक्टरी में भारी मात्रा में बिजली की तार बरामद होने की सूचना पर जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को सुपुर्द कर दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया बरामद तार विभाग का ही है. वहीं गिरफ्तार संचालक ने बताया कि पूर्व के मामले में कोर्ट द्वारा सुपर्द किया गया तार है. वह अपने आपको निर्दोष बता रहा था. मौके पर विद्युत विभाग के पवन पासवान, मांगेन साह सहित अन्य शामिल थे.
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