पूर्णिया: अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के तत्वावधान में मंगलवार को स्थानीय कला भवन में स्वतंत्रता सेनानी अनूपलाल मेहता की 113 वीं जयंती आयोजित मनायी गयी. समारोह के उदघाटनकर्ता सांसद उदय सिंह ने कहा कि समारोह को सामाजिक स्तर पर मनाना चाहिए न कि जातियों में सिमट कर. उन्होंने कहा कि स्व मेहता उनके नानाजी मोलचंद सिंह के घनिष्ठ मित्र थे. उन्होंने कहा कि राजनीति में समाज सेवा की भावना होनी चाहिए जबकि वर्तमान राजनीति में ऐसी भावना कम दिखती है.
वहीं समारोह के मुख्य अतिथि कुशवाहा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जेपी वर्मा ने स्व मेहता को सच्च समाज सेवक बताया. श्री मेहता ने कहा कि उनके अंदर समाज सेवा की भावना कूट-कूट कर भरी थी. वे बचपन से ही होनहार थे. उन्होंने वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. इस दौरान वे तीन वर्ष जेल में रहे. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कुशवाहा समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी की भी चर्चा की. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिस पार्टी में उनके समाज को मान सम्मान मिलेगा कुशवाहा समाज उसे ही समर्थन करेगी.
समारोह की अध्यक्षता कर रहे कुशवाहा महासभा के प्रदेश महासचिव अमरेंद्र कुमार कुशवाहा ने नीतीश सरकार की जम कर आलोचना की. श्री कुशवाहा ने कहा कि वर्तमान शासन प्रणाली लालू यादव के शासन काल से भी बदतर हो गयी है. अफसरशाही का जोर है. जनप्रतिनिधियों को सम्मान से वंचित कर दिया गया है. उन्होंने किसानों के हित के लिए संघर्ष कर रहे किसान नेता अनिरुद्ध मेहता की जम कर तारीफ किये. उन्होंने सांसद से कुशवाहा समाज की ओर विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया. उन्होंने सांसद कार्यालय में कुशवाहा समाज से एक व्यक्ति को नियुक्त करने का भी अनुरोध किया. स्वागत भाषण विनय कुमार सिंह ने और मंच संचालन समरजीत मेहता ने किया. इस मौके पर मनोज मेहता, किसान नेता अनिरुद्ध मेहता, शंभू मेहता, सदानंद मेहता, रेशम लाल मेहता, प्रदीप मेहता, इंदेश्वरी मेहता, मुरली चौधरी, अमरेंद्र मेहता, गजेंद्र मेहता, शंभू मेहता, हीरा लाल मेहता आदि उपस्थित थे.