पूर्णिया: श्रम संसाधन मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री दुलाल चंद्र गोस्वामी ने कहा कि जिले के 50 हजार तूफान पीड़ित परिवारों के बीच बुधवार तक राहत सामग्री का वितरण कर दिया गया है, बांकी पीड़ित परिवार के बीच भी राहत वितरण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है. प्रत्येक दिन 15-20 हजार पीड़ित परिवार को राहत सामग्री दी जा रही है. संभावना है कि राहत वितरण का कार्य 3-4 मई तक पूरा कर लिया जायेगा. इसके बाद फसल और फलदार वृक्ष के क्षति को लेकर मुआवजा राशि दी जायेगी.
मंत्री श्री गोस्वामी सर्किट हाउस में एक प्रेसवार्ता में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पूरे जिले में तूफान प्रभावित परिवार की संख्या एक लाख 50 हजार 434 है. मंत्री श्री गोस्वामी ने कहा कि वे स्वयं स्थानीय सांसद संतोष कुशवाहा के साथ राहत वितरण शिविर का निरीक्षण कर रहे हैं. मंगलवार को सिकंदरपुर, रामपुर, कोहिली, डगरूआ समेत अन्य प्रभावित पंचायतों में राहत कार्य का निरीक्षण किया. जहां वितरण का कार्य ठीक-ठाक चल रहा था.
लोग भी संतुष्ट थे. रामपुर के बगल में स्थित मझुआ गांव में महादलित परिवार को पोलिथीन शीट उपलब्ध कराया गया. डगरूआ पंचायत भवन, तेलनिया,रहिका आदि राहत वितरण शिविर में नगद राशि 5800 के साथ-साथ 50 किलो चावल और 50 किलो गेहूं दिया जा रहा था. वहीं 29 अप्रैल को बनभाग, चुनापूर मवि, बिठनौली के भौकराहा, पूर्वी बिठनौली पंचायत के सबूतर गांव आदि जगहों का दौरा किया. इस दौरान प्रेमराज मझुआ और गोकुलपुर कउवि शिविर का निरीक्षण किया. जहां सुव्यवस्थित ढंग से राहत वितरण का काम चल रहा था. बनमनखी जाने के क्रम में कुछ जगहों पर नाम चढ़ाने के नाम पर पैसे की मांग को लेकर लोगों में आक्रोश था. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार से राशि मांगना गलत है. इस बारे में एसडीओ को निर्देश दिया गया है.
प्रभारी मंत्री श्री गोस्वामी ने कहा कि सरकार की मुस्तैदी के कारण ही तूफान में मृतक के परिजनों को दो दिनों के अंदर चार-चार लाख की सहायता राशि दे दी गयी. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि सूचीबद्ध सभी परिवारों को तुरंत राहत उपलब्ध करा दिया जाय. लेकिन इसमें सड़क जाम के कारण कई बार बाधा उत्पन्न होती है. इसलिए जरूरत है संयम और धैर्य बरतने की. किसानों की फसल क्षति, फलदार वृक्ष की क्षति आदि के लिए सर्वे कार्य चल रहा है. जिसकी सूची जिले के वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है. राहत वितरण के तुरंत बार किसानों को अगली फसल के लिए मुआवजा राशि प्रदान की जायेगी.