पटना : बिहार इंटरमीडिएट टॉपर्स घोटाले आरोपी दिवाकर प्रसाद (58) की पटना के बहादुरपुर के पंचवटी नगर स्थित उनके आवास के तीसरे तल्ले से नीचे गिर कर मौत के मामले में सीसीटीवी फुटेज की फॉरेंसिक जांच करायी जायेगी. पटना के एसएसपी मनु महाराज ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज में दिवाकर प्रसाद के गिरने का कोई विजुअल नहीं मिला है. दिवाकर प्रसाद बिहार इंटरमीडिएट टॉपर्स घोटाला और गुजरात की बिंदिया इंटरप्राइजेज में 8.5 करोड़ रुपये के पेपर घोटाले का प्रमुख आरोपी था.
बुधवार की रात करीब साढ़े 10 बजे दिवाकर प्रसाद की पटना के राजेश्वर नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. दिवाकर के बेटे विक्रम उर्फ विक्की ने कोतवाली पुलिस के एसआई देवकांत वर्मा व छह अन्य अज्ञात पुलिसकर्मियों पर मारपीट कर तीसरे तल्ले से उनके पिता को नीचे फेंकने का आरोप लगाया.
घटना के बाद पटना के एसएसपी मनु महाराज ने अपने बयान में कहा था कि दिवाकर प्रसाद के बेटे के बयान पर बहादुरपुर थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. पूरी छानबीन करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. पुलिस ने दिवाकर प्रसाद के घर में लगे सीसीटीवी कैमरा को अपने कब्जे में ले लिया है और पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है.
वहीं, परिजनों का आरोप है कि पुलिस सीसीटीवी कैमरा में दर्ज साक्ष्य को मिटाया सकता है. दिवाकर प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मेडिकल बोर्ड द्वारा कराया गया. दिवाकर प्रसाद को एक बेटा और दो बेटी हैं. बेटा विक्रम उर्फ विक्की भी उनके मिल के काम में हाथ बंटाता था.