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5100 छात्र नामांकित, मिले 900 ही
डीइओ ऑफिस की ओर से आठ स्कूलों का किया गया औचक निरीक्षण पटना : स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति पर कई प्लान बने. कई निर्देश भी शिक्षा विभाग और संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय ने दिया. लेकिन, स्थिति जस-की-तस है. स्कूलों में विद्यार्थी की उपस्थित में कोई सुधार नहीं हुआ. नौवीं और 10वीं में तो कुछ […]
डीइओ ऑफिस की ओर से आठ स्कूलों का किया गया औचक निरीक्षण
पटना : स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति पर कई प्लान बने. कई निर्देश भी शिक्षा विभाग और संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय ने दिया. लेकिन, स्थिति जस-की-तस है. स्कूलों में विद्यार्थी की उपस्थित में कोई सुधार नहीं हुआ.
नौवीं और 10वीं में तो कुछ विद्यार्थी स्कूल में दिखते भी हैं, लेकिन 11वीं और 12वीं में सभी क्लास खाली रहते हैं. यह सारा कुछ जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा औचक निरीक्षण में पाया गया है. बुधवार को जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा आठ स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान इन स्कूलों में विद्यार्थी की उपस्थिति बहुत ही कम थी.
जांच में पाया गया कि इन स्कूलों में 5100 विद्यार्थी नामांकित हैं, लेकिन उपस्थिति मात्र 900 थी. बाकी 4200 विद्यार्थी स्कूल से अनुपस्थित थे. निरीक्षण के दौरान जब विद्यार्थी की अनुपस्थिति का कारण संबंधित स्कूल के प्राचार्य से पूछा गया, तो प्राचार्य ने ठंड होने का बहाना बनाया. लेकिन, जब पिछले 15 दिनों की उपस्थिति की जांच की गयी, तो विद्यार्थियों की उपस्थिति का हाल जस का तस था. स्कूल में छात्र और छात्राओं की उपस्थिति बहुत ही कम पायी गयी.
कई स्कूलों में शिक्षक भी थे अनुपस्थित : स्कूलों में विद्यार्थी की ही केवल अनुपस्थित नहीं थे, बल्कि कई स्कूलों में शिक्षक भी अनुपस्थित पाये गये. गणेश हाइ स्कूल, बख्तियारपुर में 12 शिक्षक कार्यरत हैं, लेकिन स्कूल में मात्र 8 शिक्षक ही उपस्थित पाये गये. कुछ ऐसा ही हाल मोर हाइस्कूल, बख्तियारपुर और प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय, पंडारक का था. इन स्कूलों में 10-10 शिक्षक कार्यरत हैं, लेकिन पांच शिक्षक ही उपस्थित पाये गये.
11वीं-12वीं में एक भी छात्र उपस्थित नहीं
निरीक्षण में जो भी उपस्थिति रही, वह केवल नौवीं व 10वीं में थी. 11वीं व 12वीं में उपस्थिति नहीं थी. अब जिला शिक्षा कार्यालय ने प्राचार्यों से स्पष्टीकरण मांगा है. जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति बहुत ही कम है. इसको लेकर प्राचार्य की तरफ से कोई प्रयास भी नहीं किया जा रहा है. न तो इसकी सूचना कार्यालय को दी जाती है और न ही विद्यार्थी पर दबाव डाला जाता है.
मोकामा : डीपीओ अशोक कुमार ने बुधवार को मोकामा के पांच स्कूलों का दौरा किया और शिक्षा की स्थिति की जानकारी ली़ आर्य कन्या उच्च विद्यालय में उन्होंने शिकायतों की जांच की़ विद्यालय में शिक्षकों के दो गुटों के बीच विवाद को लेकर हुई शिकायतों की भी जांच की़ मोकामा के रुद्रावती हाइस्कूल में पहुंचे डीपीओ ने विद्यालय की कुव्यवस्था देख भड़क उठे़
डीपीओ ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को सुधार का निर्देश दिया़ मात्र 30 से 35 बच्चों की उपस्थिति देख नाराज डीपीओ ने कहा कि जब विद्यालय में इतने संसाधन मौजूद हैं, तो फिर इतनी कम उपस्थिति क्यों है़ डीपीओ ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को पढ़ाई की व्यवस्था के साथ–साथ गैर शैक्षणिक कार्यों को भी प्रोत्साहन देने का निर्देश दिया़
मोकामा के रुद्रावती उच्च विद्यालय के अलावा मोर पंचायत के विद्यालयों का भी उन्होंने निरीक्षण किया़ मोर के भगवती उच्च विद्यालय का निरीक्षण करने के बाद डीपीओ ने शिवनार उच्च विद्यालय का भी औचक निरीक्षण किया़ डीपीओ अशोक कुमार ने बताया कि व्यवस्था में सुधार संबंधी निर्देश दिये गये हैं तथा जो भी खामियां पायी गयी हैं, उनको दूर करने का भी निर्देश विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को दिया गया है.
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