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परिजनों ने किया हंगामा
दाई को प्रसव रूम से नवजात के बाहर लाने पर रोक पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार की शाम नवजात के बदलने पर हंगामा हुआ. हालांकि, बाद में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण पहुंचे और परिजनों को शांत कराया. दरअसल विवाद उस समय उत्पन्न हो गया, जब अस्पताल के महिला व […]
दाई को प्रसव रूम से नवजात के बाहर लाने पर रोक
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार की शाम नवजात के बदलने पर हंगामा हुआ. हालांकि, बाद में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण पहुंचे और परिजनों को शांत कराया.
दरअसल विवाद उस समय उत्पन्न हो गया, जब अस्पताल के महिला व प्रसूति विभाग में दो महिलाओं छोटी पहाड़ी की सुजीता देवी व फतुहा की ललिता देवी को प्रसव के लिए भरती कराया गया. दोनों महिलाओं का पांच मिनट के अंतराल पर ऑपरेशन किया गया.
सुजीता देवी ने पुत्री व ललिता देवी ने पुत्र को जन्म दिया. हालांकि, जन्म के बाद अस्पताल की दाई ने नवजात बच्चों को लेकर आयी और सुजीता देवी को पुत्र व ललिता देवी को पुत्री सौंप दिया. इसी बीच जब आॅपरेशन कक्ष से चिकित्सक बाहर निकलीं और सुजीता देवी को पुत्री व ललिता देवी के पुत्र होने की बात बतायी. इसके बाद परिजनों के सामने दाई द्वारा गड़बड़ी की जानकारी आयी. फिर सुजीता के परिजन पुत्र की मांग करने लगे.
इसी बात को लेकर हंगामे की स्थिति बन गयी. बाद में अस्पताल उपाधीक्षक पहुंचे और समझा- बुझा कर मामले को शांत कराया और परिजनों का कहा कि अगर आपको शक लगता है तो नवजात का डीएनए टेस्ट करवा लिजिए. अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि आॅपरेशन थियेटर के रजिस्टर पर मरीज के पुरजा पर भी यह अंकित होता है कि उसने पुत्र या पुत्री को जन्म दिया है. हालांकि, समझाने बुझाने पर परिजन मांग गये और नवजात सौंप दिया गया है.
उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि अब अस्पताल में दाई को प्रसव रूम से बाहर नवजात को लाकर परिजनों के सौंपने पर रोक लगाया गया है. परिवार को अब नर्स ही नवजात को सौंपेगी़ताकि किसी तरह का विवाद नहीं हो.
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