पटना: राजधानी में एक आपराधिक वारदात के मामले में निलंबित सिपाही अशोक शर्मा व उसके पुत्र चंदन को पटना पुलिस की विशेष टीम ने झारखंड से गिरफ्तार कर लिया. फुलवारीशरीफ की टीम की मदद से दोनों को हजारीबाग के हीरालाल चौक स्थित एक अपार्टमेंट से पकड़ा है.
अशोक शर्मा हजारीबाग जेल का निलंबित सिपाही है. हालांकि, इस संबंध में सिटी एसपी जयंतकांत ने गिरफ्तारी से इनकार करते हुए बताया कि उन लोगों से केवल पूछताछ की जा रही है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि हजारीबाग के सदर पुलिस व पटना पुलिस ने बाप-बेटों को पकड़ा है और उन्हें अपने साथ लेकर पटना लौट गयी है. सूत्रों के अनुसार फुलवारीशरीफ के छेदी टोला में 26 जनवरी को डॉ राधेश्याम शर्मा के आवास पर हुए डकैती मामले में दोनों को पकड़ा गया है. राधेश्याम शर्मा व अशोक शर्मा जहानाबाद स्थित घोषी थाने के ओकरी गांव के रहने वाले हैं.
हिंगोरा अपहरण मामले में तो गिरफ्तारी नहीं?
अशोक शर्मा के पकड़े जाने के बाद यह भी चर्चा है कि सोहेल हिंगोरा के अपहरण मामले में तो उसकी गिरफ्तारी नहीं की गयी है? इसमें जिस चंदन सोनार (हाजीपुर) की तलाश पुलिस कर रही है, उसका संबंध अशोक शर्मा व उसके बेटे चंदन से रहा है. बताया जाता है कि चंदन सोनार ने ही हजारीबाग में अशोक शर्मा को अपार्टमेंट दिया था और उसकी बेटी की शादी में भी लाखों खर्च किये थे. अशोक शर्मा का नाम बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के पोता अधिवक्ता प्रशांत सहाय की हत्या के मामले भी आया था और कुछ दिनों पहले ही जेल से छूटा है.