पटना सिटी. प्रशासन की ओर से बाढ़पीड़ितों का सर्वे कराया जायेगा. सर्वे के बाद नुकसान का आकलन करने के बाद उनको सहायता राशि प्रदान की जायेगी, वह भी उनके बैंक एकाउंट में जायेगी. एसडीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़पीड़ितों के सर्वे कराने का दायित्व फतुहा, खुसरूपुर व पटना सदर के प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी को सौंपा गया है. हालांकि, इसके लिए एक फॉर्मेट है, जिसमें सारी सूचनाएं एकत्रित की जायेंगी. साथ ही लाभुकों का बैंक एकाउंट नंबर भी लिया जायेगा ताकि सहायता राशि सीधे उनके खाते में चली जाये. इधर, वैशाली से आकर शरण लिये बाढ़पीड़ित अब भी राहत शिविर में रह रहे हैं. जल स्तर में कमी आने के बाद उजड़े आशियाना को फिर से बनाने की कवायद भी कुछ लोगों ने शुरू की है, लेकिन ज्यादातर लोग पानी के और नीचे उतरने का इंतजार कर रहे हैं.
कंगन घाट, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट, किला घाट, झाऊगंज घाट, दमराही घाट, हीरानंद शाह घाट व मिरचाई घाट समेत अन्य गंगा घाटों के किनारे रह रहे लोगों के लिए प्रशासन के स्तर पर कोई सुविधा नहीं मिली है.