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प्रति क्विंटल गन्ना पेराई पर 16.75 रुपये
पटना : गन्ना उद्योग विभाग ने जनवरी-फरवरी में गन्ना किसानों को प्रति क्विंटल पर पांच रुपये की दर से बोनस दिया था, अब विभाग चीनी मिलों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए गन्ना पेराई पर प्रति क्विंटल 16.75 रुपये अनुदान देगा. चीनी मिलों को अनुदान मुहैया कराने की स्वीकृति गन्ना उद्योग विभाग ने दे […]
पटना : गन्ना उद्योग विभाग ने जनवरी-फरवरी में गन्ना किसानों को प्रति क्विंटल पर पांच रुपये की दर से बोनस दिया था, अब विभाग चीनी मिलों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए गन्ना पेराई पर प्रति क्विंटल 16.75 रुपये अनुदान देगा. चीनी मिलों को अनुदान मुहैया कराने की स्वीकृति गन्ना उद्योग विभाग ने दे दी है.
जनवरी-फरवरी में चीनी की कीमतों में आयी भारी गिरावट के कारण चीनी मिलों ने गन्ना-पेराई करने से हाथ खड़े कर दिये थे. चीनी मिलों ने सरकार से कहा था कि जिस न्यूनतम रेट पर चीनी की बिक्री हो रही है, उसे देखते हुए गन्ना-पेराई करना मिलों के लिए संभव नहीं है. चीनी मिलें बंद न हो और चीनी का प्रोडक्शन भी बाधित न हो, इसके लिए गन्ना उद्योग विभाग ने प्रति क्विंटल विशेष अनुदान देने का आश्वासन मिल प्रबंधकों को दिया था.
विशेष अनुदान की बांट जोह रही चीनी मिलों को अनुदान मिलने का रास्ता अब साफ हुआ है. पेराई सत्र के दौरान छह लाख क्विंटल गन्ना-पेराई हुई थी. गन्ना उद्योग विभाग ने मिलों को ईख क्रय कर से भी मुक्त करने का एलान किया है. यानी चीनी मिलों को सरकार ने डबल-राहत दी है.
गन्ना-क्रय पर चीनी मिलों को प्रति क्विंटल 1.75 रुपये क्रय-कर देना पड़ता था. जनवरी-फरवरी में चीनी का बाजार मूल्य 29 रुपये प्रति किलो हो गया था. जबकि चीनी मिलों को गन्ना खरीद 255 रुपये प्रति क्विंटल की दर से करना पड़ रहा था. चीनी मिल एसोसिएशन के अनुसार तब मिलों को चीनी पर प्रति क्विंटल 300 से 350 रुपये का शुद्ध नुकसान हो रहा था.
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