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मोदी को हुआ नीतीश फोबिया : संजय
पटना : जदयू मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी को नीतीशफोबिया हो गया है. जब तक वे सीएम नीतीश कुमार का नाम नहीं लेते उनका खाना नहीं पचता है. सुशील मोदी जिस सीएजी रिपोर्ट की बात कर रहे हैं वह पूरे देश की रिपोर्ट है न कि सिर्फ बिहार […]
पटना : जदयू मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी को नीतीशफोबिया हो गया है. जब तक वे सीएम नीतीश कुमार का नाम नहीं लेते उनका खाना नहीं पचता है. सुशील मोदी जिस सीएजी रिपोर्ट की बात कर रहे हैं वह पूरे देश की रिपोर्ट है न कि सिर्फ बिहार की.
बिहार में चुनाव होने की वजह से थोड़ी देरी हुई है तो उसे अगले तीन महीने में मेंटेन कर लिया जायेगा. सीएजी ने अप्रैल, 2009 से मार्च 2014 के अवधि की ऑडिट के बारे में कहा है. रिपोर्ट में अनियमतिता से जुड़े नौ बड़े मामलों का जिक्र किया है जो कुल 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक है. यह रिपोर्ट पूरे देश का है.
सुशील मोदी हल्ला बिहार में कर रहे हैं. उन्हें समझना चाहिए कि सीएजी रिपोर्ट में कई भाजपा शासित राज्य भी शामिल है. अप्रैल, 2009 से मार्च, 2014 के बीच भाजपा भी सरकार में थी. सहकारिता विभाग भाजपा के जिम्मे था. इस दौरान अगर गड़बड़ी हुई है तो इसका जवाब सुशील मोदी को देना चाहिए. मुुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के किसानों की हालत को देखते हुई तुरंत संबंधित विभाग को धान खरीदने का लक्ष्य दिया है.
धान में नमी सत्रह प्रतिशत से ज्यादा होने के कारण खरीद नहीं हो रही है. जहां मापदंड बेहतर है वहां धान खरीद हो रही है. सुशील मोदी इसके लिए परेशान नहीं हो ,क्योंकि किसानों की हित को सरकार बेहतर समझ रही है. उन्हें बताना चाहिए कि कितने भाजपा शासित राज्यों में किसानों को बोनस दिया जाता है. बोनस का स्वरुप सरकार तय करती है.
बोनस तय करने के लिए हर तरह की टेक्निकल बातों को ध्यान में रखा जाता है. सुशील मोदी पहले इसका जवाब दें कि केंद्र सरकार ने धान खरीद के मामले में बिहार का बकाया 1958 करोड़ 3 लाख रुपये का भुगतान क्यों नहीं किया है.
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