पटना : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 2019 और 2025 में नहीं, बल्कि जनता से किये गये अपने वायदों का जवाब 2015 के विधान सभा चुनाव में ही देना होगा.
उक्त बातें शनिवार को भाकपा-माले के राष्ट्रीय महा सचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कही. वे पटना में पार्टी की दीघा विधान सभा क्षेत्र के कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के बीच पैकेजों की जो राजनीति हो रही है, उसकी हकीकत जनता बखूबी समझ रही है.
एनडीए और महा गंठबंधन कागजी आंकड़े दिखा कर बिहार के विकास के लंबे–लंबे दावे कर रहे हैं, जबकि सूबे की जनता अपनी सम्मान जनक जिंदगी और बुनियादी जरुरतों की पूर्ति के लिए शिद्दत से संघर्ष कर रही है. बिहार को भगवा नहीं, बल्कि वाम दिशा की जरुरत है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता के विक्षोभ-आंदोलन का भाजपा ने नाजायज फायदा उठा लिया था, किंतु 15 महीने में ही मोदी सरकार के खिलाफ देश भर में माहौल बनने लगा है. आज हाल यह है कि भाजपा देश की जनता पर नव उदारवादी नीतियां थोंपने पर उतारू हो गयी है.
आज महंगाई आसमान छू रही है और प्याज की कीमत 80 रुपये से ऊपर चली गयी है. उन्होंने कहा कि भाजपा, राजद, जदयू और कांग्रेस जनता के मुद्दों का अपहरण कर रही है. वाम दल विधान सभा चुनाव में जन मुद्दों को आंदोलन का एजेंडा बना देगी. उन्होंने कार्यकर्ताओं से वामपंथ को मजबूत बनाने की चुनौती को स्वीकार करने की अपील की.
सम्मेलन को माले नेता केडी यादव, अनीता सिन्हा, संतोष सहर, रण विजय कुमार, सुधीर, आकाश कश्यप, अभ्युदय और मुर्तुजा अली ने भी संबोधित किया.