पटना सिटी : अगमकुआं स्थित संक्रामक रोग अस्पताल में बने स्वाइन फ्लू के आइसीयू वार्ड में तीन दिनों से भरती बख्तियारपुर के सैदपुर गांव की पिंकी देवी (30) को वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल रही है. चिकित्सकीय परामर्श के बाद वेंटिलेटर तो लगा दिया गया,लेकिन टेक्नीशियन के नहीं रहने व मरीज की स्थिति गंभीर होती देख शुक्रवार की रात परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित परिजनों ने हंगामा मचाया.
परिजनों का कहना है कि अस्पताल के अधीक्षक ने मोबाइल फोन बंद कर दिया है. उपाधीक्षक सहयोग नहीं कर रहे हैं. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अखिलेश कुमार ने बताया कि हंगामा कर रहे परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ राजेंद्र चौधरी व परिचारिकाओं से झड़प भी किया. हालांकि हंगामा की सूचना पाकर आलमगंज थाने की पुलिस भी पहुंची और परिजनों को समझा कर शांत कराया. उपाधीक्षक के अनुसार मरीज की स्थिति गंभीर होने की स्थिति मे डॉक्टर निरंतर निगरानी कर रहे हैं. अस्पताल में स्वाइन फ्लू से पीड़ित चार मरीजों का उपचार चल रहा है. इसी मामले में पिंकी देवी को बुधवार को अस्पताल के आइसीयू में भरती किया गया है.
स्वाइन फ्लू के आठ और मामले
सूबे में स्वाइन फ्लू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान में स्वाइन फ्लू के मरीजों की जांच में आठ और मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. संस्थान के निदेशक प्रदीप दास ने बताया कि शुक्रवार को संस्थान में 30 मरीजों की जांच हुई थी. इनमें आठ की रिपोर्ट पॉजिटिव है. संस्थान में बीते 24 फरवरी से अब तक 922 मरीजों की जांच हो चुकी है. इनमें 263 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव है. उधर, फुलवारी शरीफ के ग्रामीण इलाकों में भी अपनी दस्तक दी है.
कुरकुरी निवासी मास्टर संजीव मिश्र की आठ साल की बेटी साक्षी को चिकित्सकों ने स्वाइन फ्लू से ग्रसित बताया है. संगत पर की ही एक महिला भी स्वाइन फ्लू से पीड़ित बतायी गयी है. दोनों का इलाज निजी क्लिनिक में चल रहा है.