पटना: अपनी सौतली मां अलीना सिंह, बहन पूर्णिमा व सोनाली को मौत के घाट उतार कर टोरंटो (कनाडा) भागे देवेश सिंह उर्फ रिंटू का अब तक पता नहीं चल पाया है. इंटरपोल की सहायता से कनाडा पुलिस ने रिंटू को टोरंटों में खोजने का कोशिश की, पर वह हाथ नहीं आया. कनाडा पुलिस ने इंटरपोल को यह जानकारी दी है कि रिंटू का कोई अता-पता नहीं चल रहा है.
उसके कनाडा के ही किसी दूसरे शहर में छिपे होने का शक है. क्योंकि, इतने दिनों तक उसने हवाई जहाज से कहीं भी यात्र नहीं की है. अगर वह किसी दूसरे देश या उसी देश के किसी दूसरे शहर में यात्र करता, तो उसे अपना पासपोर्ट उपयोग करना पड़ता और वह कनाडा पुलिस की जद में आ जाता.
उसके पासपोर्ट को सील कर सभी एयरपोर्ट पर इसकी जानकारी देने के साथ फोटो भी उपलब्ध करा दिया गया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि भारत से टोरंटो जाने के बाद रिंटू वहां कुछ दिनों तक रहा. उसके बाद वहां से भाग निकला. कनाडा में कई शहर ऐसे हैं, जहां बिना पासपोर्ट व वीजा के सैकड़ों लोग रह रहे हैं. इनमें एक रिंटू भी हो सकता है.
क्या है मामला
14 दिसंबर, 2012 को अपनी सौतली मां अलीना सिंह, बहन पूर्णिमा व सोनाली को मौत के घाट उतार कर देवेश उर्फ रिंटू 15 दिसंबर को टोरंटो भाग गया था. घटना पाटलिपुत्र थाने के इंद्रपुरी में हुई थी. इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. साथ ही उसके पासपोर्ट को भी रद्द किया जा चुका है. वह टूरिस्ट वीजा पर टोरंटो गया था, जिसकी अवधि 25 दिसंबर को समाप्त हो चुकी है.