पटना: राज्य का बजट आकार तेजी से बढ़ रहा है. चालू वित्तीय वर्ष (2014-15) की तुलना में अगले वित्तीय वर्ष (2015-16) के बजट आकार में करीब 21 हजार करोड़ की बढ़ोतरी होगी. यह बढ़ोतरी लगभग 18 फीसदी है. इस वित्तीय वर्ष से केंद्र प्रायोजित योजनाओं के पैसे राज्य सरकार के खजाने में ही सीधे आने के कारण राज्य के योजना आकार में करीब 17 हजार करोड़ की बढ़ोतरी हो गयी है. इस बार योजना मद में 25 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. यह 57 हजार करोड़ से बढ़ कर 71 हजार करोड़ रुपये होगा.
इसी तरह गैर-योजना मद में 15 फीसदी की बढ़ोतरी होने जा रही है. यह 40 हजार करोड़ से बढ़ कर 47 हजार करोड़ रुपये हो जायेगा. वित्त विभाग ने सभी विभागों के साथ बजट की तैयारी करने के लिए 17 नवंबर से 15 दिसंबर तक मैराथन बैठक की. इस बैठक में विभागवार बजट से जुड़ी तमाम अहम बातों पर चर्चा हुई. तमाम विभागों से फीडबैक लेने के बाद अब वित्त विभाग नये बजट की रूपरेखा तैयार करने में पूरी तरह से जुट गया है. बजट का प्रारंभिक आकलन तैयार कर लिया गया है. इसके अनुसार, राज्य का आगामी बजट 118 करोड़ रुपये का होगा. हालांकि बजट को लेकर निर्णायक बैठक वित्त मंत्री विजेंद्र यादव की अध्यक्षता में 9, 12 और 13 जनवरी को सभी विभागों के साथ होगी. इस दौरान कई अहम बातों पर चर्चा होगी.
कई योजनाएं होंगी बंद
इसके अलावा सभी विभागों के अंतर्गत चल रही कुल 757 योजनाओं में कई योजनाओं को मजर्र या मिलाने या इन्हें बंद कर देने की तैयारी चल रही है. राज्य में करीब 87 ऐसी योजनाएं ऐसी हैं, जो कागज पर तो मौजूद हैं, लेकिन इनके लिए न कोई आवंटन मिला और न ही ये जमीन पर उतर पायी हैं. फाइलों में ही बंद पड़ी इन योजनाओं को बंद करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है.