पटना: कल तक जहां शोर था, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की गोवा बैठक में नरेंद्र मोदी को प्रचार समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने की खुशी में कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की थी,वहां ठीक दूसरे दिन सन्नाटा पसरा रहा. पार्टी के राज्य स्तर के कोई नेता कार्यालय नहीं पहुंचे. वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं में पार्टी के शीर्ष नेता व अभिभावक लाल कृष्ण आडवाणी के इस्तीफा को लेकर दबी जुबान में चर्चा चलती रही.
कोई इस विषय पर खुल कर अपने विचार नहीं रख रहा था. सभी में मायूसी व घटनाक्रम के तेजी से बदलने को लेकर विचार मंथन चलता रहा. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जहां दिन भर पारिवारिक गतिविधियों में व्यस्त रहे.
उन्होंने नवादा जाने के कार्यक्रम का हवाला देते हुए मंगलवार को ‘जनता के दरबार में उपमुख्यमंत्री कार्यक्रम’ भी स्थगित कर दिया. गोवा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से लौटते हुए भाजपा नेता व एनडीए के प्रदेश संयोजक नंद किशोर यादव ने कहा कि पार्टी में सब कुछ ठीक हो जायेगा. राष्ट्रीय नेतृत्व आडवाणी जी को मनाने का प्रयास कर रही है. वे पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के अभिभावक तुल्य है.
11 बजे के बाद धीरे-धीरे आने लगे कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय में 11 बजे के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष लाल बाबू प्रसाद व संजय मयूख पहुंचे. इसके बाद मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह, प्रदेश महामंत्री सूरज नंदन मेहता भी पहुंचे. धीरे-धीरे पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं का कार्यालय में आना शुरू हुआ.
सब की जुबान पर दिन भर टीवी पर आ रही खबरों को लेकर दबी जुबान में चर्चा चलती रही. करीब दो बजे प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल, प्रो राम किशोर सिंह, उपाध्यक्ष ब्रजेश रमण कार्यालय पहुंचे. इनके साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ भगत, प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया भी आये. भाजपा महानगर के कार्यकर्ता व प्रदेश कमेटी के नेता भी कार्यालय में आने व जाने का सिलसिला चलता रहा.